Highlights
- ब्लड शुगर या डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने की मनाही होती है
- मधुमेह के इलाज के लिए आम के पत्ते बहुत उपयोगी होते हैं
- इसमें एंथोसाइनिडिन नामक टैनिन होते हैं, जो प्रारंभिक मधुमेह के इलाज में मदद करते हैं
डायबिटीज की बीमारी आजकल बहुत तेजी से अपने पैर पसार रही है। इस बीमारी से आए दिन पीड़ितों की संख्या में इजाफा ही हो रहा है। डायबिटिक लोगों को एक नॉर्मल लाइफ जीने के लिए अपने डाइट में बहुत सारे बदलाव करने होते हैं, बहुत सारी चीजों से परहेज करना होता है। यदि आप डायबिटीज रोगी हैं, तो आपको अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना होगा जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को बहुत अधिक प्रभावित न करते हों।
ब्लड शुगर या डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने की मनाही होती है। यही कारण है कि डायबिटिक पेशेंट आम जैसे स्वादिष्ट फल को भी नहीं खा सकते हैं। लेकिन, इनके पत्तों को जरूर उपयोग में ला सकते हैं। डायबिटीज रोगियों के लिए आम के पत्ते काफी फायदेमंद हो सकते हैं। आम के पत्तों का अर्क ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
कैसे उपयोगी होते हैं आम के पत्ते-
डायबिटीज के इलाज के लिए आम के पत्ते बहुत उपयोगी होते हैं। इसमें एंथोसाइनिडिन नामक टैनिन होते हैं, जो प्रारंभिक मधुमेह के इलाज में मदद करते हैं। यह मधुमेह एंजियोपैथी और मधुमेह रेटिनोपैथी के इलाज में भी मदद करता है। आम की पत्तियों में विटामिन सी, पेक्टिन और फाइबर होता है। इसके अलावा, आम के पत्तों को डायबिटीज के लक्षणों से राहत देने के लिए भी जाना जाता है। आम की पत्तियों में इंसुलिन उत्पादन और ग्लूकोज के वितरण में सुधार करने की क्षमता होती है। वे ब्लड ग्लूकोज के लेवल को स्थिर करने में मदद कर सकते हैं। आम के पत्ते पेक्टिन, विटामिन सी और फाइबर भी होता है।
कैसे करें आम के पत्तों का इस्तेमाल?
डायबिटीज के लिए आम के पत्तों का उपयोग करने के लिए आपको एक बहुत ही सरल विधि का पालन करना होगा। आपको बस 10-15 आम के पत्तों को लेना है और उन्हें ठीक से पानी में उबालना है। पत्तियों को ठीक से उबालने के बाद, उन्हें रात भर छोड़ दें। पानी को छान लें और इसे सुबह खाली पेट पिएं। कुछ महीनों के लिए नियमित रूप से इसे पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकता है।
प्राचीन चीनी दवाइयों में आम के पत्तों का अर्क डायबिटीज और अस्थमा के इलाज में उपयोग किया जाता है। आम के पत्तों में कैफीक एसिड जैसे फिनॉलिक, मैगीफेरिन जैसे पॉलिफिनॉल्स, गैलिक एसिड, फ्लेवोनोइड्स और कई अस्थाई यौगिकों जैसे घटक पाए जाते हैं। ये सभी गुण आम को अच्छा एंटी-डायबिटीक, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-एलर्जिक प्राकृतिक उत्पाद बनाते हैं।
(Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।)