अच्छी नींद सेहतमंद रहने के लिए सबसे जरूरी है। अगर किसी वजह से एक दिन सोने को न मिले या नींद कम आए तो दिनभर आलस, थकान, चहरे पर डलनेस और साफ दिखता है कि नींद पूरी नहीं हुई है। ऐसा कई बार स्टडी में भी सामने आ चुका है कि कम सोने से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। जब आप लगातार कम सोते हैं तो इम्यून सिस्टम के जो स्टेम सेल होते हैं उनको नुकसान पहुंचता है। इससे इंफ्लेमेटरी डिसॉर्डर और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता हैं। न्यूयॉर्क की Cardiovascular Research Institute की एक स्टडी में इसका खुलासा हुआ है। रिसर्च में पाया गया है कि कम सोना सेहत के लिए खराब है और खासतौर पर ये हेल्दी हार्ट के लिए सही नहीं है।
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए कितने घंटे की नींद जरूरी है?
न्यूयॉर्क के एक कार्डियोवस्कुलर रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर ने इस स्टडी के दौरान कुछ हेल्दी वॉलेटिंयर्स के सैंपल लिए थे। ये लोग 6 हफ्ते के लिए रोजोना डेढ़ घंटे कम सोए। रिसर्च में खुलासा हुआ कि जो लोग लगातार कम सोए उसके स्टेम सेल में अंतर पाया गया। ऐसे लोगों के शरीर में व्हाइट ब्लड सेल बढ़ गयी, जिससे इंफ्लेमेशन बढ़ जाता है। ऐसे में हेल्दी हार्ट के लिए आपको 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।
35 साल के लोगों पर की गई स्टडी
रिसर्च में 35 साल के कुछ लोगों को पहले 6 हफ्ते 8 घंटे की नींद लेने के लिए कहा गया और फिर उनके ब्लड सैंपल लिए गए। इनके इम्यून सेल का डेटा निकाला गया। जिसके बाद 6 हफ्ते के लिए उनकी नींद को रोजाना 90 मिनट कम कर दिया गया और फिर ब्लड सैंपल लेकर इम्यून सेल का डेटा निकाला तो ऐसे लोगों में हेल्दी सेल कम हो गए थे।
कम सोना दिल के लिए क्यों है खतरनाक
इस स्टडी में पाया गया है कि कम सोने से इंफ्लेमेशन बढ़ सकता है। जो लोग कम सोए उनके ब्लड में इम्यून सेल बढ़े हुए थे, जो इंफ्लेमेशन बढ़ाते हैं। हालांकि शरीर में इंफेक्शन, चोट या छोटी मोटी बीमारी से बचने के लिए थोड़ा होना जरूरी है। लेकिन बहुत ज्यादा होना हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है। अगर शरीर में इंफ्लेमेशन लगातार बना रहे या ज्यादा हो तो ये कंडीशन दिल की बीमारियों या अल्जाइमर का कारण बन सकती है। इतना ही नहीं कम सोने से स्टेम सेल जो हेल्दी इम्यून सेल प्रोड्यूस करती हैं उनमें भी चेंज आया।