भीषण गर्मी के बीच राजनीतिक दलों की तीखी बयानबाजी से सियासी पारा काफी गर्म हो गया था। अब थोड़ी राहत की उम्मीद है आज सातवें यानि आखिरी फेज की वोटिंग चल रही है और बड़ी बात ये कि आज वाराणसी में भी चुनाव है जहां की जनता प्रधानमंत्री मोदी के भाग्य का फैसला करेगी ये तय करेगी कि मोदी कितने रिकॉर्ड वोट से जीत कर दिल्ली पहुंचेंगे वैसेअब कुछ कर लो अपना ध्यान'। मोदी जी ख़ुद प्रचार का शोर थमते ही खुद को सुकून देने के लिए ध्यान लगा रहे हैं वो कन्याकुमारी में कल से ही दिखने लगा है। पीएम 45 घंटे की ध्यान-साधना में हैं। हम लगातार मोदी के मेडिटेशन की वो तस्वीरें दिखा भी रहे हैं। ये वही DIVINE ROCK है जहां स्वामी विवेकानंद ने साधना की थी। योगगुरु स्वामी रामदेव भी तो यही कहते हैं कि शांत मन से योग-मेडिटेशन आपको अपनी ताकत अपनी एनर्जी को समझने, चैनेलाइज करने उस पर काबू पाने में मदद करती है।
शोर से दूर अपने भीतर झांककर सोचने-समझने की ताकत देती है। अब देखिए आज की वोटिंग खत्म होने के बाद, राजनीतिक विश्लेषक शाम 5 बजे से 4 जून को क्या फैसला आ सकता है उसका विश्लेषण करेंगे और एग्जिट पोल के सटीक नतीजों को आप इंडिया टीवी पर देख सकते हैं। सेफोलॉजिस्ट और एक्सपर्ट्स का एनालिसिस सुन सकते हैं। नब्ज को सही-सही पहचानने की समझ आ जाए तो फिर वक्त से पहले उन बातों की जानकारी मिल जाती है। जिसके लिए बाकियों को इंतजार करना पड़ता है। ये बात सिर्फ राजनीति में ही नहीं सेहत पर भी लागू होती है। भले अब बॉडी डायग्नोस करने की तमाम मशीनें आ गई हों लेकिन पहेल तो बैद्य नब्ज पकड़ते ही बीमार का हाल जान लेते थे। बीमारी वात दोष की है या फिर पित्त और कफ दोष की वजह से वो सेकंड्स में पता कर लेते थे तो चलिए आज सेहत की कुंडली खोलते हैं त्रिदोष को बैलेंस करते हैं?
वात, पित्त, कफ की जगह
- सिर से चेस्ट तक का हिस्सा - कफ दोष
- चेस्ट से कमर तक का हिस्सा - पित्त दोष
- कमर से पैर तक का हिस्सा - वात दोष
कफ के रोग -
- मोटापा
- थायराइड
- मोतियाबिंद
- कम सुनाई देना
- आंखों का लाल होना
- डार्क सर्कल होना
पित्त के रोग -
- एसिडिटी
- अल्सर
- जॉन्डिस होना
वात के रोग -
- घुटने में दर्द
- हड्डियों में कैविटी
- शरीर में तेज दर्द
- पैरों में ऐंठन
- कमज़ोरी