नवरात्रि में कुछ लोग पूरे 9 दिन तक व्रत करते हैं। ऐसे में लोग सुबह शाम खाने में कुट्टू और सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोग वजन घटाने के उद्देश्य से भी व्रत करते हैं। ऐसे में आपको ये जानना जरूरी है कि कुट्टू और सिंघाड़े में से कौन सा आटा वजन घटाने में मदद करता है। कुट्टू का आटा खाने से शरीर को भरपूर प्रोटीन और फाइबर मिलता है जिससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती। वहीं सिंघाड़े का आटा खाने से मिनरल्स मिलते हैं और इसे पचाना आसान होता है। कैलोरी के मामले में सिंघाड़ा कम होता है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है. आइये जानते हैं वजन घटाने में कौन सा आटा ज्यादा फायदेमंद है?
कुट्टू का आटा- कुट्टू का आटा खाने शरीर को भरपूर फाइबर मिलता है, जिससे लंबे समय तक पेट भरा रहता है और भूख नहीं लगती। व्रत उपवास में कुट्टू का आटा खाने से आप ओवर ईटिंग से बचते हैं। हालांकि कुट्टू के आटे में प्रोटीन सिंघाडे के आटे से ज्यादा पाया जाता है। कुट्टू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने की वजह से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। हालांकि कुट्टू के आटे में सिंघाड़े से ज्यादा कैलोरी होती है।
सिंघाड़े का आटा- सिंघाड़े के आटे को पचाना आसान होता है। इसे खाने से पेट और पाचन से जुड़ी परेशानी नहीं होती। सिंघाड़े के आटे को किसी भी उम्र के लोग खा सकते हैं। सिंघाडा में मिनिरल्स का भंडार होता है और कुट्टू के आटे से कम कैलोरी पाई जाती है। हालांकि इसे खाने से ब्लड शुगर बढ़ने का खतरा रहता है। सिंघाड़े के आटे में प्रोटीन और फाइबर थोड़ा कम होता है।
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वजन घटाने के लिए कुट्टू या सिंघाड़ा (Which Is Better For Weight Loss)
मोटापा कम करने के लिए कुट्टू और सिंघाड़ा दोनों का आटा फायदेमंद है। दोनों में विटामिन, प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स पाए जाते हैं। जिन लोगों का पाचन अच्छा होता है वो कुट्टू का आटा खा सकते हैं। पाचन संबंधी समस्या रहती है तो आप सिंघाड़े का आटा खा सकते हैं। हां फाइबर और प्रोटीन के मामले में कुट्टू ज्यादा बेहतर है, लेकिन कुछ लोगों को इसे डाइजेस्ट कर पाना मुश्किल होता है। ये अपनी-अपनी बॉडी के हिसाब से होता है। अगर आप हाई प्रोटीन डाइट लेना चाहते हैं तो कुट्टू खा सकते हैं। अगर आप लो कैलोरी फूड खाना चाहते हैं तो सिंघाड़े के आटे से बनी चीजें खा सकते हैं।