कुट्टू को अंग्रेजी में 'बकव्हीट' कहा जाता है। लेकिन इसका अनाज से कोई संबंध नहीं है। गेहूं, अनाज में आता है जबकि कुट्टू की गिनती फल में होती है। बकव्हीट पौधे से निकलने वाले फल तिकोने आकार के होते हैं, जिसे पीसकर आटा तैयार किया जाता है। इसी आटे को 'कुट्टू का आटा' कहा जाता है। नवरात्र का व्रत रखने वाले इस आटे की पूड़ियां, पराठे या चीला खाना पसंद करते हैं। इसका सेवन करने से बॉडी में एनर्जी बनी रहती है, साथ ही ये वजन कम करने में भी सहायक होता है। 'कुट्टू का आटा' कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें मैग्नीशियम, विटामिन-बी, आयरन, कैल्शियम, फॉलेट, जिंक, कॉपर, मैग्नीज और फासफोरस अच्छी मात्रा में पाया जाता है। आइए जानते हैं कुट्टू का आटा खाने के फायदे और नुकसान।
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कुट्टी आटा के फायदे
- पथरी की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए कुट्टू का आटा फायदेमंद हो सकता है। इसकी रोटी बनाकर खा सकते हैं।
- कुट्टू में विटामिन के अलावा बी-कॉम्पलेक्स भी पाया जाता है। इसलिए ये लिवर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है।
- डाइट में कुट्टू का आटा शामिल करने से बालों को मजबूती मिलती है। अगर आपके बाल गिर रहे हैं तो कुछ दिनों तक आपने आहार में इसे शामिल कर सकते हैं।
- कुट्टू के आटा का सेवन करने से मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है। कुट्टू में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और इसके तत्व स्ट्रेस को कम करते हैं।
- कुट्टू के थोड़े आटे में कुछ बूंदें गुलाब जल की डालें और फेस पैक की तरह लगाएं। इससे आपकी स्किन पर ग्लो आएगा।
कुट्टू आटा के नुकसान
आमतौर पर कुट्टू के आटे से तभी कोई नुकसान होता है जब आप इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने लगते हैं। इसके बावजूद भी इसका सेवन करने से पहले कुछ बातें ध्यान में रखना जरूरी होता है।
- बहुत से लोगों को कुट्टू का आटा खाने से स्किन एलर्जी हो जाती है। उपवास के दौरान या महीने में 5-6 बार ही इसका सेवन करें। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर पर दाने और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको ज्यादा दिक्कत होती है तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।
- कुट्टू का आटा एक महीने में खराब हो जाता है। अगर आप पुराना आटा खाएंगे तो इसका सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग, गैस जैसी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसलिए व्रत खत्म होने के बाद इसे बचाकर रखने के बजाय हमेशा फ्रेश आटे का इस्तेमाल करें।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।