Highlights
- पश्चिमोत्तानासन हाई बीपी में असरदार।
- भुजंगासन मोटापा दूर करने में कारगर।
कहीं भयंकर गर्मी पड़ रही है तो कहीं जोरदार बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। मौसम का बार-बार एक्ट्रीम होना ग्लोबल वॉर्मिंग का सिग्नल हैं और कोई शक नहीं कि इसका सीधा असर इंसान की सेहत पर ही पड़ता है। अब किडनी स्टोन को ही ले लीजिए, पथरी बनती तो सर्दियों में है लेकिन इसके लक्षण ज्यादातर गर्मियों में दिखते हैं। सीधे-सीधे कहें तो ह्यूमिडिटी और पानी की कमी से पथरी के मामले 50 परसेंट बढ़ जाते हैं।
क्या आप जानते हैं कि हर दस में दो लोग सिर्फ किडनी के स्टोन से परेशान है? तो वहीं करीब 40 परसेंट लोगों को किडनी की कोई ना कोई बीमारी है। दरअसल, यूरीन में मिनरल और सॉल्ट बढ़ जाते हैं तो ये क्रिस्टल जमा होकर स्टोन बन जाते हैं। जिसकी मुख्य वजह है शरीर में लिक्विड की कमी क्योंकि पानी की कमी से मिनरल्स और सॉल्ट घुल नहीं पातेऔर बाहर नहीं निकल पाते।
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इसलिए हमें ये समझना होगा कि हमारे शरीर में एक नेचुरल फिल्टर है किडनी जिसका पहला काम है शरीर में मौजूद वेस्ट मटेरियल को यूरीन के जरिए बाहर निकालना। लेकिन खराब लाइफ स्टाइल का असर किडनी पर पड़ता है और तमाम तरह के कॉम्प्लिकेशंस हो जाते हैं।अगर आपको पथरी की समस्या हैं तो अधिक से अधिक पानी का सेवन करें जिससे कि यूरीन के साथ पथरी शरीर से बाहर निकल जाए। इसके साथ ही स्वामी रामदेव से जानिए कुछ योगासन और आयुर्वेदिक उपाय। जिन्हें अपनाकर आसानी से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं।
किडनी स्टोन से छुटकारा पाने के योगासन
योगमुद्रासन
- साइनस और माइग्रेन से छुटकारा
- पेट और दिल के लिए लाभकारी
- इम्यूनिटी बढ़ाता है
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है
- वजन घटाने में मदद करता है
- डायबिटीज को रोकने में सहायक
भुजंगासन
- मोटापा दूर करने में कारगर
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत बनाता है
- शरीर को सुंदर और सुडौल बनाता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- मेटाबॉलिज्म सुधरता है
- किडनी की पथरी से दिलाए निजात
- फेफड़ों और हार्ट की नसों के ब्लॉकेज खोलने में भी मदद मिलती है
पश्चिमोत्तानासन
- रीढ़ की हड्डी और कंधों में खिंचाव लाता है
- पाचन अंगों की कार्यक्षमता सही करता है
- हाई बीपी में असरदार
- तनाव को कम करता है
- मोटापा कम करता है
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कपालभाति
कपालभाति को करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। अब दोनों नथुना से गहरी सांस भीतर की ओर लें। अब सांस को बाहर की तरफ छोड़ दें। इस बात का ध्यान रहे कि सांस को बल पूर्वक बाहर निकालना है और आराम से भीतर लेना है। इस तरह से कम से कम 20 बार ऐसा करें।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 15 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।
किडनी स्टोन से छुटकारा पाने के आयुर्वेदिक उपाय
कुलथी की दाल
कुलथी की दाल किडनी से पथरी निकालने में काफी कारगर हो सकती है। इसके लिए कुलथी की दाल को रात को भिगोकर रख दें। जिससे कि यह आसानी से गल जाए। सुबह इसमें हींग डालकर अच्छी तरह से पका लें। इसके साथ ही सेंधा नमक डालकर सेवन करे। इसे खाने से 1 सप्ताह में पथरी से निजात मिल जाएगा।
गोखरू
गोखरू का पानी किडनी स्टोन से छुटकारा दिलाने में कारगर हो सकता है। इसके लिए गोखरू को उबाल लें। इसके बाद इसे छानकर इसके पानी का सेवन करे।
पत्थरचट्टा का पौधा
पत्थरचट्टा का पौधा आसानी से कही पर भी मिल जाता है। जिसका सेवन करके आप आसानी से किडनी के स्टोन से निजात पा सकते हैं। इसके लिए पत्थर चट्टा का एक पत्ता लें और उसमें मिश्री के कुछ दाने के साथ पीस लें। इसके बाद इसका सेवन कर लें।