शरीर को स्वस्थ रखने के लिए किडनी का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। जिन लोगों की किडनी फेल हो जाती है उन्हें डायलिसिस (Dialysis) कराने की जरूरत पड़ती है। डायलिसिस कितने दिनों में होगी ये आपकी किडनी की कंडीशन पर निर्भर करता है। डायलिसिस में काफी समय और पैसा दोनों लगता है। जिन लोगों की किडनी 90 प्रतिशत से ज्यादा खराब होती है उन्हें नियमित रूप से डायलिसिस करवानी पड़ती है। डायलिसिस के जरिए शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने का काम किया जाता है। साधारण भाषा में समझें तो जो काम किडनी करती है वो काम किडनी के फेल होने पर डायलिसिस के जरिए किया जाता है। डायलिसिस काफी चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है, लेकिन अगर कुछ बातों का ख्याल रखें तो डायलिसिस कराने के अंतराल को थोड़ा बढ़ाया जा सकता है।
किडनी डायलिसिस के वक्त इन बातों का रखें ख्याल
समय पर डायलिसिस कराएं- सबसे जरूरी बात ये है कि डॉक्टर ने आपको जितने डायलिसिस सेशंस बताए हैं आपको सभी समय पर कराने चाहिए। इसमें चूक करने से शरीर में टॉक्सिन्स और वेस्ट की मात्रा ज्यादा होने लगती है और इससे कई दूसरी समस्याएं पैदा हो सकती है।
हिमोडायलिसिस में जल्दी न करें- हिमोडायलिसिस काफी लंबी प्रक्रिया होती है, जिसके हर सेशन में करीब 4 घंटे का समय लगता है। ऐसे में डॉक्टर पर जल्दी करना का दबाव बिल्कुल भी न बनाएं। ऐसा करने से आपकी तबियत बिगड़ सकती है और आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।
साफ-सफाई का ध्यान रखें- डायलिसिस के वक्त शरीर को इन्फेक्शन से बचाने की जरूरत है। इसके लिए साफ-सफाई का बहुत ख्याल रखें। अच्छी तरह से हाथ धोएं और साफ-सफाई की आदतों का पालन करें। अगर हाथ गंदे हैं तो डायलिसिस एक्सेस साइट को न छूएं।
ज्यादा तरल पदार्थ न पिएं- किडनी के मरीज को पानी और दूसरे तरल पदार्थ कम से कम पीने के लिए कहा जाता है। ऐसे लोगों को डायलिसिस पर जाने से पहले और बाद में कम कम से कम पेय पदार्थ पीने चाहिए। मरीज को नियमित रूप से अपना वजन चेक करते रहना चाहिए। इससे शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा का पता चलता है।
समय पर दवा लें- किडनी के मरीज को जो भी दवाएं दी गई हैं उन्हें निर्धारित समय पर लेना जरूरी है। इससे शरीर के दूसरे अंग बेहतर तरीके से काम करने में सक्षम हो पाते हैं। ठीक से दवा खाने से ब्लड प्रेशर, एनीमिया और दूसरे इंफेक्शन से भी बचाव होता है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)