काजू का इस्तेमाल हम मिठाईयों, सब्जियों, चटनी, पोलाव और पकवानों आदि में किया जाता है। काजू को 16वीं शताब्जी में ब्राजील से पुर्तगाली भारत लाए थे। काजू में विटामिन ई पाया जाता है जो एंटी एजिंग का काम करता है। काजू कैंसर, हृदय रोग, रक्तचाप, बाल, हड्डियों और त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। काजू बेहद फायदेमंद ड्राई फ्रूट्स है। इसमें विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, इसलिए यह गर्भवती महिलाओं को दिया जाता है जिससे स्वस्थ बच्चा पैदा हो, काजू का ठीक से सेवन किया जाए तो ब्लड शुगर कंट्रोल होने में भी मदद होती है। वहींकाजू ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में, बालों के लिए और दिल के लिए बहुत अच्छा होता है, तो वहीं काजू में मौजूद तेल स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है, इसे आप चाहे खाएं या दूध में भिगोकर पीसकर मुल्तानी मिट्टी के साथ स्किन में लगाएं तो स्किन ग्लो करने लगती है और सफेद दाग भी दूर होते हैं। मगर काजू के नुकसान भी हैं, इसका ज्यादा सेवन आपको बीमारियां भी दे सकता है, वहीं ये लोग तो काजू के सेवन बिल्कुल ना करें। आइए जानते हैं किन्हें काजू से दूर रहना चाहिए या सीमित मात्रा में काजू का सेवन करना चाहिए।
काजू के नुकसान
- काजू का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक है, अधिक मात्रा में काजू खाने से ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है, क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा अधिक होती है।
- इसके अलावा जो वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं वो काजू का सेवन बहुत सीमित मात्रा में करें क्योंकि काजू में कैलरी की मात्रा अधिक होती है इसलिए ज्यादा काजू खाने से आपका वजन बढ़ सकता है।
- काजू का बहुत अधिक सेवन करने से पेट खराब होने की समस्या भी हो जाती है।
- अगर आप सिर दर्द या माइग्रेन से पीड़ित हैं तो काजू ना खाएं, क्योंकि काजू में अमीनो एसिड होता है जो सिर दर्द और खासकर माइग्रेन के दर्द को बढ़ाता है।
हालांकि काजू का सीमित रूप में सेवन करना बेहद फायदेमंद है, इसलिए अपनी डाइट में इसे शामिल कर सकते हैं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।