ठंड के मौसम में कई तरह की बीमारियां हमें घेर लेती हैं। इसीलिए हमें ठंड के मौसम में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो हमें इन बीमारियों से बचने में मदद करें। इनमें से ही एक है बेर। सभी को पता है कि बेर सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है, लेकिन क्या आपको पता है बेर के पत्ते के फायदे। बेर के पत्तों में औषधिय गुण होते हैं इससे शरीर की कई समस्याएं और रोग दूर किए जाते हैं। बेर के पत्ते के रस से वजन भी कम होता है। बेर के पत्ते का रस गले में खराश, यूरिन के दौरान होने वाली जलन, शरीर की जलन आदि समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद माना जाता है। तो चलिए जानते हैं बेर के पत्तों से होने वाले फायदे-
वजन कम करने में मददगार-
बेर के पत्ते से वजन तेजी से घटता है। वजन कम करने के लिए आप बेर के पत्ते के पानी का सेवन करें। बेर के पत्ते को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें, सुबह इस पानी को खाली पेट पीएं तो आपको फायेदा होगा। आपको एक महीने तक इस पानी का सेवन करना चाहिए, आपको फर्क दो हफ्तों में नजर आने लगेगा।
खराश की समस्या दूर करता है बेर का पत्ता-
बेर के पत्ते के रस का सेवन करने से खराश दूर होती है। बेर के पत्ते का रस निकालकर गुनगुने पानी में मिलाना है और काली मिर्च डालकर सुबह-शाम उसका सेवन करना है इससे गले को आराम मिलेगा।
यूरिन में जलन होने पर इस्तेमाल करें बेर का पत्ता -
अगर आपको पेशाब करने में जलन हो रही है तो आपको बेर के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए, इससे पेशाब के दौरान होने वाली जलन से राहत मिलती है। बेर के पत्ते का रस निकालकर आप उसमें भुना हुआ जीरा मिलाएं और गुनगुने पानी में मिलाकर उस पानी को पी लें। इससे आपको आराम मिलेगा।
घाव या चोट को करता है ठीक-
यदि आपको कहीं घाव या चोट लग जाए, तो बेर के पत्तों को पीसकर उसका लेप उस जगह लगाएं जहां तकलीफ है। सूजन की समस्या भी ठीक होती है।
आंख में फुंसी को ठीक करता है बेर का पत्ता-
आंख में गुहेरी या फुंसी होने पर आंख में तेज जलन, दर्द या सूजन की शिकायत होती है। इसके लिए आप बेर के पत्ते का रस आंख के बाहरी हिस्से में लगाएं जिससे दर्द कम हो। बेर के पत्ते का रस डायरेक्ट आंख के अंदर डालने की सलाह डॉक्टर नहीं देते इसलिए आप रस को कॉटन बॉल की मदद से लगाएं। कुछ समय बाद आप इसमें राहत देखेंगे।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।