लिवर हमारे पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में पसलियों के नीचे होता है। यह भोजन को पचाने, स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने, खून के थक्के को नियंत्रित करने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में अहम भूमिका निभाता है। कुल मिलाकर लिवर हमारे शरीर का एक बेहद ज़रूरी और ठोस अंग है। इन दिनों लोगों की बिगड़ती जीवनशैली का सबसे ज़्यादा बुरा प्रभाव लिवर पर ही पड़ा है। लाइफ स्टाइल को मेंटेन नहीं करने की वजह से लोग लिवर से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। लिवर डैमेज होने से लिवर सिरोसिस का खतरा भी बढ़ जाता है। लिवर में गड़बड़ी होने पर शुरुआती में ही शरीर में कुछ ऐसे संकेत नज़र आने लगते हैं जिन्हें आपको नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। चलिए हम आपको बताते हैं शरीर में किन लक्षणों के दिखने पर आपको अलर्ट हो जाना चाहिए?
रात के समय खुजली होना:
अगर आपके लिवर में गड़बड़ी है तो सबसे बड़ा संकेत है रात के समय खुजली का होना। दरअसल लिवर में जब किसी तरह की परेशानी होती है तो हमारे शरीर में बहुत ज़्यादा खुजली होती है। लेकिन रात के समय खुजली अनियंत्रित हो जाती है। खासकर, पैरों में सबसे ज़्यादा इचिंग होती है। ऐसी कंडीशन में आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
लीवर डैमज होने पर शरीर के इन अंगों पर पडत है असर:
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पेट में सूजन: लिवर डिजीज में पेट में तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिसकी वजह से पेट के आसपास सूजन आ सकती है।
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जी मिचलाना: अगर आपको हर दूसरे दिन उल्टी हो रही है या आपका जी मिचला रहा है तो बिना देरी किए लिवर का टेस्ट कराना चाहिए।
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नींद की कमी: लिवर से जुड़ी परेशानी होने पर स्लीपिंग पैटर्न पर भी असर पड़ता है।अगर आपको कुछ दिनों से रात के समय नींद नहीं आ रही है तो डॉक्टर से ज़रूर कंसल्ट कर लें।
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पेशाब का रंग बदलना: लिवर की समस्या होने पर पेशाब का रंग बदल जाता है।अगर आपको अपन पेशाब के रंग में बदलाव दिखें तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
लिवर की बीमारी से कैसे करें बचाव?
लिवर से जुड़ी बीमारी में फैट वाली चीज़ों से दूरी बनायें। साथ ही शराब और सिगरेट को भी हाथ न लगाएं। लिवर की बीमारी पीछे खराब खानपान भी हो सकता है। खाना खाने से पहले हाथ अच्छी तरह से धोएं। डॉक्टर की सलाह के बिना अपनी मरीजी से कोई भी दवा न खाएं।