हाई बीपी में सिंघाड़ा: बीपी का बढ़ना, आपको दिल की बीमारियों का शिकार बना सकता है। दरअसल, बीपी बढ़ने का मतलब है कि आपके दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है। इसकी वजह से सकड़ी होती धमनी या बढ़ा हुआ कोलेस्ट्राल भी हो सकता है। ऐसे में सिंघाड़ा या वाटर चेस्टनट (water chestnut for high bp) खाना आपके शरीर के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इस फल में 90 प्रतिशत तक पानी है और ये जीरो कैलोरी वाला है। लेकिन, इसमें फाइबर भी है जो कि कई प्रकार से इस स्थिति में मददगार हो सकता है। क्यों और कैसे (Is water chestnut good for high blood pressure), जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हाई बीपी में सिंघाड़ा खाने के फायदे-Benefits of singhara in high BP
1. सोडियम लेवल को कम करता है सिंघाड़ा
अगर किसी के शरीर में सोडियम का लेवल ज्यादा है तो उसे हाई बीपी की समस्या हो सकती है। ऐसे में पानी से भरपूर सिंघाड़ा खाना सोडियम लेवल को कम करता है और अपने पानी के साथ बढ़े हुए सोडियम को पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलावा इससे शरीर में हाईड्रेशन लेवल बढ़ता है बीपी कंट्रोल रहती है।
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2. पोटेशियम से भरपूर
सिंघाड़ा पोटेशियम से भरपूर है और ये धमनियों को खोलने और चौड़ा करने का काम करता है। ये ब्लड सर्कुलेशन के लिए पर्याप्त जगह देता है और दिल पर प्रेशर को कम करता है। इसके अलावा ये आपकी धमनियों को शांत करता है और बीपी कम करने में मदद करता है।
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3. धमनियों को साफ करता है
सिंघाड़ा आपकी धमनियों को साफ करने में मददगार है। ये ब्लड वेसेल्स को साफ करता है और इनमें जमा कोलेस्ट्रोल के कणों को बाहर आने में मदद करता है। दरअसल, ये फाइबर से भरपूर है और पानी के साथ लैक्सेटिव की तरह काम करता है। इस प्रकार से ये धमनियों को साफ करने में मददगार है और हाई बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद है। तो,इन तमाम कारणों से हाई बीपी के मरीजों को इस फल का सेवन करना चाहिए।