ज्यादातर बीमारियों की शुरुआत पेट से होती है। कई बार खाना पीना ठीक से नहीं पचता तो गैस एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या होने लगती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा एसिड बनना, डकारें आना या फिर एसिडिटी होना कई बार खतरनाक भी हो सकता है। पेट के कैंसर या गैस्ट्रिक कैंसर (Stomach Cancer) के लक्षण भी इससे काफी मिलते जुलते होते हैं। जो आपके लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। हालांकि सभी के साथ ऐसा हो ये जरूरी नहीं है।
पेट में एसिड रिफ्लक्स तब होता है, जब पेट में असामान्य कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं। एसिड रिफ्लक्स होने पर पेट में गया खाना वापस खाने की नली में आने लगता है। इससे अलग-अलग तरह के कई लक्षण नजर आते हैं। कई बार लोग इसे पेट के कैंसर से जोड़कर भी देखने लगते हैं, लेकिन असल में ये पेट का कैंसर हो ये जरूरी नहीं है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबे समय तक ऐसा हो या फिर बहुत ज्यादा परेशानी हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। जल्दी पहचान होने से किसी भी बीमारी का इलाज भी शीघ्र किया जा सकता है। कई बार एसिड और पेट में कैंसर के लक्षण मिलते जुलते भी हो सकते हैं।
पेट के कैंसर के लक्षण
- एसिड रिफ्लक्स
- सीने में जलन
- खाना निगलने में परेशानी
- अपच और ज्यादा डकार आना
- बार बार बीमार होना
- खाना खाने में जल्दी पेट भरा सा महसूस होना
- भूख कम लगना और वजन कम होना
- पेट में दर्द और गांठ जैसी महसूस होना
- दिनभर थकान और एनर्जी में कमी लगना
एक्सपर्ट्स की मानें तो गैस्ट्रिक कैंसर का एक बड़ा कारण हो सकता है जब आपको ज्यादा और लगातार एसिड रिफ्लक्स होने लगे। जो लोग हाई कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट वाला खाना खाते हैं उन्हें ये समस्या ज्यादा होती है। क्रोनिक एसिड रिफ्लक्स होने पर पेट की ऊपरी परत को नुकसान होता है। जिससे कैंसर का खतरा पैदा हो सकता है।
क्या है एसिड रिफ्लक्स?
जब आप खाना खा लेते हैं तो एसोफेजियल स्फिंक्टर नाम की मसल्स बंद हो जाती हैं। लेकिन अगर किसी को गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स या गर्ड की समस्या होती है तो इससे स्फिंक्टर कमजोर होने लगता है और पेट में पहुंचा हुआ खाना वापस ऊपर की ओर आने लगता है। इससे सीने में जलन, एसिडिटी, खट्टी डकार आना, उल्टी और मतली महसूस होने जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)