जोश से भरा, अपनी बात कहने में खरा और आगे बढ़ने से बिल्कुल न डरा.. ऐसा है हमारे देश का युवा। यूथ भारत की पहचान है। बदलते भारत की तस्वीर है और यही मेहनतकश यंगस्टर्स पूरी दुनिया भारत की आन, बान और शान बढ़ा रहा है। आज इंटरनेशनल यूथ डे है। जिस देश की करीब 65 फीसदी जनसंख्या 35 साल से कम हो, उसके लिए ये दिन बहुत खास है। सही मायनों में ये दिन हिंदुस्तान का है। ये युवाओं की स्किल का ही नतीजा है कि दुनिया की आईटी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा डिमांड इंडियंस की है। अमेरिका में काम करने वाले करीब 29 लाख प्रोफेशनल्स में से 9 लाख भारतीय हैं। यूएस में काम कर रहा हर सातवें डॉक्टर में से एक हिंदुस्तानी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो भारतीय हर दिन दुनिया में अपने हुनर के झंडे गाड़ रहा है, वो एक चीज में दुनियाभर के यंगस्टर्स से पिछड़ भी रहा है और वो है सेहत। देश की एवरेज एज की अगर बात की जाए, जहां 27 साल है, यहां का यंगस्टर 30 साल की उम्र में 60 साल में होने वाली जो बीमारियां है, उससे अभी से घिरा हुआ है। ये परेशान करने वाली बात है।
एक स्टडी के मुताबिक, देश के 35 साल से 49 साल के 84 फीसदी भारतीय (युवा) स्ट्रेस का शिकार हैं। 40 पर्सेंट लोग हार्ट पेशेंट हैं और इनकी उम्र 40 से कम है। 73 फीसदी लोगों में 18 से 35 के बीच की उम्र के लोग उनमें डायबिटीज पाया गया है। 40 साल की उम्र में ही लोगों का बीपी हाई हो रहा है। हर 4 में से 1 टीनएजर डिप्रेशन का शिकार है। हमारी यंग इंडिया सेहत को लेकर कितनी बेपरवाह है, ये पोल बता रहा है। कोविड-19 की दूसरी वेव में भी ये पोल खुलती है और कोरोना की वजह से हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले 63 प्रतिशत लोग 40 से कम उम्र के थे। आज का दिन यंगस्टर्स का है। इसलिए स्वामी रामदेव ने योग और आयुर्वेद के जरिए देश का युवा कैसे निरोगी बनेगा, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
यूथ में बढ़ती बीमारी
- 35-49 साल के 84% लोगों को स्ट्रेस
- 40% हार्ट पेशेंट्स की उम्र 40 से कम
- 73% को 18-35 की उम्र में डायबिटीज डिटेक्ट
- हाई बीपी के 50% मरीज 40 से कम
- 4 में से 1 टीनएजर में डिप्रेशन
- कोरोना में हॉस्पिटल में एडमिट 63% की उम्र 40 से कम
बीमारियों से बचाव
- बीपी कंट्रोल रखें।
- कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रखें।
- शुगर कंट्रोल रखें
- एक्सरसाइज-योग जरूर करें।
- वजन कंट्रोल रखें।
- स्मोकिंग न करें।
30 के बाद रहें सावधान
- महीने में 1 बार बीपी चेक कराएं।
- 6 मगीने में कोलेस्ट्रॉल चेक कराएं।
- 3 महीने में ब्लड शुगर चेक कराए।
- साल में 1 बार आंखें टेस्ट कराएं।
- हर साल पूरा बॉडी चेकअप कराएं।
30 के बाद डाइट प्लान
- पानी की मात्रा बढ़ा दें
- नमक-चीनी कम करें।
- फाइबर ज्यादा लें
- नट्स जरूर खाएं।
- साबूत अनाज लें।
वजन बढ़ाने के लिए: रोज दिन में एक मुट्ठी किशमिश खाएं। 3-4 बादाम रातभर पानी में भिगोएं। अगले दिन दूध में पीसकर पिएं। अखरोट में शहद मिलाकर खाएं। हर रोज सुबह दूध और केला का सेवन करें।
मजबूत दिमाग के लिए: ब्राह्मी के पत्ते या पाउडर। अखरोट और बादाम का पेस्ट। दूध में मिलाकर शहद के साथ पिएं।
मजबूत मेमोरी के लिए: 5 बादाम, 5 अखरोट रात में पानी में भिगोएं। सुबह अच्छे से पीसकर उसमें ब्राह्मी मिलाएं। शंकपुष्पी, ज्योतिषमति डालकर पिएं।
तेज दिमाग के लिए: दूध में बादाम रोगन, अखरोट, ब्राह्मी, शंखपुष्पी लें। मेधावटी सुबह-शाम 1-1 गोली लेने से फायदा।
नशा छुड़ाने के लिए: खसखस की खीर खाएं। मखाना, केसर, खसखस नशा छुड़ाने में मददगार। नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है। मेमोरी पावर बढ़ाने में सहायक।
योग से फिट रहेगा यंग इंडिया
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- चक्रासन
- अर्धचक्रासन
- शलभासन
- धनुरासन
- गोमुखासन
- सर्वांगासन
- उत्तानपादासन
सर्वांगासन के फायदे
- एकाग्रता बढ़ाता है
- तनाव और चिंता से मुक्ति मिलती है
- सिरदर्द ठीक करता है
- याद की हुई चीजें भूलते नहीं हैं
हलासन के फायदे
- दिमाग शांत होता है
- थायरॉइड की बीमारी ठीक होती है
- स्ट्रेस और थकान मिटाता है
- रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है
सूर्य नमस्कार के फायदे
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक
- वजन घटाने में मददगार
- शरीर को डिटॉक्स करता है
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
- पाचन तंत्र बेहतर होगा है
- शरीर को ऊर्जा मिलती है
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है
दंड बैठक के फायदे
- मसल्स को मजबूत करता है
- चर्बी को दूर भगाता है
- वजन को नियंत्रण में रखता है
- पैरों और जांघों को मजबूती मिलती है
- सीना और भुजाएं चौड़ी होती हैं
- दिल के रोगों से बचा सकता है
मंडूकासन के फायदे
- डायबिटीज को दूर करता है
- पेट और दिल के लिए भी लाभकारी है
- पाचन तंत्र सही होता है
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है
शशकासन के फायदे
- डायबिटीज दूर होती है
- तनाव और चिंता दूर होती है
- क्रोध, चिड़चिड़ापन दूर होता है
पवनमुक्तासन के फायदे
- फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं
- अस्थमा, साइनस में लाभकारी
- किडनी को स्वस्थ रखता है
- बीपी को कंट्रोल करता है
- पेट की चर्बी को दूर करता है
- मोटापा कम करने में मददगार
- दिल को सेहतमंद रखता है
उत्तानपादासन के फायदे
- पैरों के दर्द में आराम मिलता है
- पैरों में सूजन दूर होती है
- शुगर के मरीजों के लिए फायदेमंद
भुजंगासन के फायदे
- किडनी को स्वस्थ बनाता है
- लिवर से जुडडी दिक्कत दूर होती है
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन को दूर करता है
- कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है
- फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है
- छाती चौड़ी होती है
वृक्षासन के फायदे
- इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करता है
- पैरों की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।
- सीने को चौड़ा और मजबूत करता है
- शरीर को लचीला बनाने में कारगर।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है।
- नजर और फोकस अच्छा होता है।
कारगर प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
भस्त्रिका के फायदे: लंग्स क्लियर करता है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने के लिए बहुत कारगर है। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग को दूर करता है।
अनुलोम विलोम के फायदे: बॉडी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। तनाव और चिंता दूर होती है। वजन घटाने में बेहद कारगर। दिल को स्वस्थ रखने में सहायक। अस्थमा के रोग दूर करता है।