
डेस्क पर या स्क्रीन के सामने लंबे समय तक बैठे रहने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है। चाहे आप काम कर रहे हों, पढ़ाई कर रहे हों या अपना पसंदीदा शो देख रहे हों, बहुत ज़्यादा बैठने से पीठ दर्द जोड़ों में अकड़न और बॉडी पोस्चर खराब हो सकता है। ऐसे में आप इन कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ को कर अपने शरीर को स्वस्थ और कई बीमारियों से दूर रख सकते हैं। चलिए, जानते हैं वे एक्सरसाइज़ कौन से हैं?
इन एक्सरसाइज़ को रोज़ाना करें:
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कंधों पर हाथ रखकर हिलाएं: कंधे के तनाव दूर करने का एक बहुत ही आसान तरीका है। सीधे बैठें, फिर धीरे से अपने कंधों को कुछ सेकंड के लिए गोलाकार गति में आगे की ओर घुमाएँ। उसके बाद, इसे ऊपर की ओर घुमाएँ और उन्हें पीछे की ओर घुमाएँ। यह सरल चाल रक्त संचार को बढ़ाती है, आपके कंधों की मांसपेशियों को आराम देती है, और गर्दन के दर्द को रोकने में मदद कर सकती है।
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खड़े होकर पिंडली उठाएं: यदि आप पूरे दिन डेस्क या कुर्सी पर बैठे रहते हैं तो पैर अकड़ सकते हैं। खड़े होकर पिंडली उठाना, निचले शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाने का एक शानदार तरीका है। यह व्यायाम पिंडलियों और टखनों पर काम करता है, जिससे रक्त संचार में सुधार होता है और बहुत देर तक बैठने के बाद अकड़न कम होती है।
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स्पाइनल ट्विस्ट: लंबे समय तक बैठने से रीढ़ की हड्डी अकड़ती है। स्पाइनल ट्विस्ट, पीठ को लचीला रखने का एक सरल तरीका है। कुर्सी पर सीधे बैठें, एक हाथ बैकरेस्ट पर रखें और धीरे से अपने धड़ को एक तरफ मोड़ें। कुछ सेकंड के लिए रुकें, फिर दूसरी तरफ स्विच करें और दोहराएं। यह मूव पीठ में तनाव को दूर करने में मदद करता है।
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सीटेड लेग लिफ्ट्स: लंबे समय तक बैठे रहने से पैरों और निचले शरीर की मांसपेशियाँ कमज़ोर हो सकती हैं। सीटेड लेग लिफ्ट्स, कुर्सी से उठे बिना भी मांसपेशियों को सक्रिय करने का एक आसान तरीका है। बैठे हुए, अपने एक पैर को अपने सामने सीधा फैलाएँ और 5-10 सेकंड तक रुकें। इसे धीरे-धीरे नीचे करें और दूसरे पैर पर दोहराएँ। यह व्यायाम न केवल आपके क्वाड्स और हिप फ्लेक्सर्स को मज़बूत करता है, बल्कि यह रक्त संचार को भी बढ़ाता है।