भारत में सदियों से तांबे के बर्तनों का प्रयोग हो रहा है। तांबे के बर्तनों में बना खाना हो या फिर इसके बर्तन में रखा पानी, सभी के अनेक फायदे हैं। आज के समय में तांबे के जग और लोटे की जगह लोग कांच और स्टील के बने बर्तनों का उपयोग करने लगे हैं लेकिन आज भी कई घरों में तांबे के बर्तन में पानी रखा जाता है। डॉक्टर भी तांबे के बर्तन में रखे पानी को फायदेमंद बताते हैं। इस पानी से इम्यूनिटी अच्छी होती है और पाचन क्रिया भी मजबूत होती है। लेकिन अगर आप तांबे के बर्तन में रखे पानी के साथ कुछ गलतियां कर देते हैं तो ये पानी फायदे की जगह शरीर के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
तांबे के बर्तन में रखे पानी के साथ न करें ये गलतियां
- अगर हो सके तो दिनभर तांबे के बर्तन में पानी न पियें। दरअसल, दिनभर तांबे की बोतल में रखा पानी पीने से शरीर में कॉपर की मात्रा बढ़ती है। जिस वजह से चक्कर आना, पेट दर्द और किडनी के फेल जैसे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
- तांबे के बर्तन में भूलकर भी पानी में नींबू और शहद न मिलाएं। नींबू शहद मिलाने के बाद ये पानी जहर बन जाता है जो आपकी सेहत के लिए बेहद हानिकारक है।
- तांबे के बर्तन में पानी में नींबू मिलाकर पीने से आपको पेट दर्द, गैस और उल्टी की शिकायत हो सकती है।
- तांबे के बर्तन में रखा पानी की तासीर गर्म होती है। ऐसे में अगर आपको एसिडिटी की शिकायत रहती है तो इसका पानी न पिएं।
- तांबे के बर्तन में खट्टी चीजें डालकर खाने से फूड पॉयजनिंग होने का डर रहता है।
- किडनी या हार्ट के मरीज को तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
- अगर आप तांबे की बोतलों में रोज़ाना पानी पीते हैं तो हफ्ते में 3 बारे उन्हें ज़रूर साफ करें। जिससे उसके पानी के फायदे आपको मिल सकें।
- अगर तांबे के बर्तनों की सफाई ढंग से नहीं की गई तो इसका पानी आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए तांबे के बर्तनों को बहुत सावधानी से और ठीक से साफ किया जाना चाहिए।
- तांबे के बर्तन को प्राकृतिक रूप से साफ करने के लिए, एक नींबू को आधा काट लें और कटी हुई निम्बू की तरफ नमक डालें। इसे उस बर्तन पर धीरे से मलें। इससे तांबे के बर्तन साफ़ हो जाएंगे।