इन दिनों मोटापा और ओबेसिटी का शिकार लोग तेजी से हो रहे हैं। अगर एक बार आपका वजन बढ़ जाए तो कम होने का नाम ही नहीं लेता। ऐसे में मोटापा को कम करने के लिए लोग जिम की तरफ भागते हैं। लेकिन अगर वजन बहुत ज़्यादा है तो जिम में कुछ एक्सरसाइज़ करना आपकी बॉडी के लिए भारी पड़ सकता है। जैसे- मोटापा ज़्यादा होने पर जंपिंग एक्सरसाइज़, स्क्वाट्स या फिर बर्पीज़ करने से घुटने से जुड़ी कई दिक्कते हो सकती हैं और चोट लग सकती हैं।
लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती और लोग जल्दी से जल्दी वजन कम करने के लिए मुश्किल एक्सरसाइज़ शुरू कर देते हैं। ऐसे में उनका वजन तो कम होता नहीं बल्कि शरीर में दूसरी समस्याएं शुरू हो जाती है। तो, आपको ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े इसलिए आप अपनी लाइफ स्टाइल में इन एक्सरसाइज़ को शामिल करें ताकि वजन भी कम हो और शरीर में किसी तरह की चोट भी न लगे। तो, चलिए जानते हैं कौन सा वर्कऑउट है आपके लिए बेहतर?
इन एक्सरसाइज़ को डेली रूटीन में करें शामिल:
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बॉक्स स्क्वाट: डीप स्क्वाट की जगह आप बॉक्स स्क्वाट (Box squat) करें। अगर वजन ज़्यादा है तो नॉर्मल स्क्वाट करने से पैरों में मोच आ सकती है। ऐसे में इससे बचने के लिए बॉक्स स्क्वाट करें। बॉक्स स्क्वाट में अपने कूल्हे के पीछे एक बड़ा सा बॉक्स रखें और झुकने पर अपने कूल्हे बॉक्स पर रखें। इससे वर्कऑउट भी होगा और किसी तरह का चोट भी नहीं लगेगा।
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डंबल स्विंग: अपनी डेली रूटीन में आप सूमो स्कवॉट की जगह (Sumo squat) डंबल स्विंग करें। इसे करने से आपके हाथों में या कमर के आसपास किसी तरह का कोई क्रैम्प नहीं आएगा। डंबल स्विंग को करने के लिए अपने हाथों में 2 वेट वाले डंबल लें। डंबल को हाथ में कसकर पकड़ें और नीचे की तरफ स्विंग करें। इससे आपके हाथों का एक्स्ट्रा फैट भी लॉस होगा और आपको कोई इंजरी भी नहीं होगी।
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वेटेड वॉक: ट्रेडमिल पर भागने की बजाय आप वेट वाले डंबल (weighted walk) उठाकर चलें। इससे पैरों में मोच नहीं आएगी और न ही कूल्हों पर ज़ोर पड़ेगा। डंबल्स को हाथ में लकर जितनी स्पीड में चल सकते हैं चले। इससे धीरे धीरे वजन भी कम होगा।
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स्ट्रेचिंग: ज़्याद वेट वाले लोगों को जम्पिंग एक्सरसाइज़ भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। जंपिग एक्सरसाइज़ की जगह स्ट्रेचिंग (stretching) करना चाहिए। स्ट्रेचिंग आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।