हाइपरटेंशन के मरीज का ब्लड प्रेशर एकदम से बढ़ जाता है, जिसकी वजह से शरीर को ब्लड को पंप करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। ब्लड पंप पर ज्यादा प्रेशर पड़ने की वजह से दिल की मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। इससे ब्लड धीमे गति से शरीर में पहुंचता है और ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। ऐसी स्थिति हार्ट अटैक के खतरे को पैदा करती है। इसलिए हाइपरटेंशन के मरीज को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। जैसे ही शरीर में कुछ लक्षण नजर आएं तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। जानिए हाइपरटेंशन क्यों है जानलेवा और इसके लक्षण क्या हैं?
हाइपरटेंशन क्यों है खतरनाक?
हाइपरटेंशन की वजह से हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है। दिमाग में खून की सप्लाई कम होने पर ब्रेन स्ट्रोक का खतरा रहता है। ब्रेन स्ट्रोक 2 तरह के होते है, इस्कीमिक स्ट्रोक और हैमेरेजिक स्ट्रोक। हाइपरटेंशन के मरीज का ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ता है। जिसकी वजह से ब्रेन स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। इसीलिए हाइपरटेशन को "साइलेंट किलर" माना गया है। 30 प्रतिशत लोगों को तो पता भी नहीं चलता क्योंकि इसके कोई लक्षण सामने नहीं आते हैं। कई बार लक्षणों को सामान्य मानकर लोग टाल जाते हैं।
हाइपरटेंशन के लक्षण
- सांस लेने में दिक्कत होना
- सीने से दर्द महसूस होना
- सिर में दर्द होना
- धड़कन तेज़ होना
- आंखों में दर्द होना
- पेशाब करने में परेशाना
हाइपरटेंशन को कैसे कंट्रोल करें?
- बीपी को कंट्रोल में रखें
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
- रोजाना व्यायाम करें
- तम्बाकू का सेवन न करें
- 8 घंटे की नींद जरूर लें
- फल-सब्जियां ज्यादा खाएं
- शराब बिलकुल नहीं पिएं
- तनाव से पूरी तरह बचें
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