आयुर्वेद में अदरक को एक असरदार औषधि माना गया है। सर्दियों में गीली अदरक का इस्तेमाल करना चाहिए और गर्मियों में जब अदरक का सीजन नहीं होता तब सूखी अदरक का इस्तेमाल करें। अदरक की चाय सर्दी जुकाम में फायदा करती है। ज्यादातर घरों में ठंड के दिनों में अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। अदरक का सेवन करने से शरीर कई बीमारियों से दूर रहता है। इम्यूनिटी मजबूत बनाने के अलावा अदर बैड कोलेस्ट्रॉल को घटाने में भी मदद करती है। अदरक में जो तत्व पाए जाते हैं वो खराब कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करते हैं। इससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है। बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए अदरक का जूस काफी फायदेमंद होता है।
डाइटिशियन स्वाति सिंह की मानें तो अदरक का जूस सर्दी, जुकाम या साइनस जैसी बीमारियों को दूर करने में असरदार साबित होता है। अदरक में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो शरीर में आई सूजन को कम करते हैं। डायबिटीज के रोगियों के लिए भी अदरक का जूस फायदेमंद होता है।
अदरक में कौन से पोषक तत्व होते हैं?
अदरक में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर पाए जाते हैं। अदरक में जिंजरोल नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो सूजन को घटाता है। अदरक में विटामिन बी6 और विटामिन सी पाया जाता है जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है जो ब्लड प्रेशर और हार्ट की बीमारियों के खतरे को दूर करता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल घटाने में अदरक का जूस
शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। अदरक में जो जिंजरोल पाया जाता है वो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। अदरक का जूस पीने से ट्राइग्लिसराइड्स और ओवरऑल कोलेस्ट्रोल के स्तर को भी कम किया जा सकता है। इसमें जो एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं वो नसों में प्लाक जमने की समस्या को कम करते हैं। अदरक का जूस पीने से शरीर में पित्त जूस बढ़ता है जिससे कोलेस्ट्रॉल ब्रेक होता है।
अदरक का जूस कैसे निकालें
इसके लिए आप 2-3 इंच अदरक के टुकड़े को कूट लें या फिर कद्दूकस कर लें। आप चाहें तो अदरक को मिक्सी में डालकर पीस भी सकते हैं। अब किसी मलमल के सूती कपड़े में पिसी हुई अदरक डालें और कपड़े को टाइट करके निचोड़ दें। अगरक का जूस पीने में कड़वा लगता है आप इसके स्वाद के बेहतर बनाने के लिए इसमें थोड़ा शहद और नींबू भी मिला सकते हैं। इस जूस को सुबह खाली पेट पीने से फायदा मिलेगा। आपको 1-2 चम्मच जूस से ही शुरुआत करनी है।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)