बबूल की फली के फायदे: बबूल की फली, आयुर्वेद में सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का हल है। दरअसल, ये हीलिंग ट्री (Healing tree) के नाम से जाना जाता है और आयुर्वेद में कई बीमारियों का हल है। असल, में इसका कसैला गुण, कफ और पित्त से जुड़ी कई समस्याओं का हल है। ये जहां फेफड़ों में कफ को कम करने में मदद कर सकती है वहीं, इसका एंटीबैक्टीरियल गुण स्किन की कई समस्याओं को दूर करने में मददगार है। इसके अलावा ये सांसों से आने वाली बदबू और मुंह से जुड़ी बीमारियों के लिए कारगर तरीके से काम करती है। लेकिन, इसके अलावा भी कई समस्याओं में ये फायदेमंद है। क्यों और कैसे, जानते हैं।
बबूल की फली किस रोग में काम आती है?
जोड़ों के दर्द में बबूल की फली (babul ki fali for joint pain) का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है। ये फली एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि जोड़ों में सूजन और दर्द को कम करती है और आपको राहत दिलाती है। इसके अलावा ये फली वात बैलेंस करके जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।
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गठिया के दर्द में तेजी से फायदेमंद-babool ki fali for arthritis
बबूल की फली, गठिया के दर्द में तेजी से कम करने में मदद कर सकती है। ये वात संतुलन के जरिए आंतरिक चोटों का उपचार करती है और फिर इसके टूटे हुए सिरों को जोड़ने में भी मदद करती है। इसके अलावा ये सूजन में कमी लाती है और इस दर्द को कम करने में मदद करती है।
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जोड़ों के दर्द में बबूल की फली का सेवन कैसे करें-How to use babool ki fali for joint pain
जोड़ों के दर्द में बबूल की फली का आप कई प्रकार से सेवन कर सकते हैं। आपको करना ये है कि बबूल की फली को पीसकर पाउडर बना लें और फिर इसे 1 गिलास गर्म पानी में मिलाएं। थोड़ा सा नमक मिलाएं और फिर इसका सेवन करें। इसके अलावा आप बबूल की फली को पानी में डालकर उबाल लें और फिर इस पानी को पिएं।