इंसान का शरीर किसी संप्रभु राष्ट्र की तरह है जिसकी अपनी सीमा है, अपना सिस्टम है, अपनी सुरक्षा है, जिसके दोस्त भी हैं और दुश्मन भी हैं। दुश्मन भी ऐसे-वैसे नहीं बल्कि मौका देखकर चकमा देने वाले, घुसपैठ कर शरीर के अंदर चुपके से बैठने वाले और अचानक से हमला कर बीमार बना देने वाले। आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा कौन सा दुश्मन है जो बारिश का मौसम जाते ही परेशान करने लगता है। दरअसल, शरीर का ये दुश्मन नया नहीं है, काफी पुराना है। चेंजिंग वेदर में एक्टिव हो जाने वाले इस दुश्मन का नाम टाइफाइड है। कहने को तो मियादी बुखार है जिसमें 103-104 डिग्री फीवर रहता है और तेज सिरदर्द-पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखते हैं।
अगर समय रहते टाइफाइड का इलाज न हो पाए, तो आंतें कमजोर होने लगते हैं और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग शुरू हो जाती है। इतना ही नहीं किडनी तक फेल होने की नौबत आ जाती है। कई लोग तो इस भ्रम में रहते हैं कि टाइफाइड एक तरह का बुखार है लेकिन ये गैस्ट्रोइंटेस्टिनल इंफेक्शन है जो टाइफी बैक्टीरिया से होता है। ये बैक्टीरिया खाने-पीने की चीजों के जरिए आंतों तक पहुंचता है और फिर आंतों से ब्लड स्ट्रीम में एंट्री करता है। खून के जरिए ये टाइफी बैक्टीरिया टिशू और ऑर्गन्स में फैलकर सेल्स के अंदर छिप जाता है जिसका पता इम्यून सेल्स भी नहीं लगा पाते हैं। वहीं, बिना लक्षण वाले टाइफाइड के मरीज कैरियर बन जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि शरीर को इस तरह के बैक्टीरियल हमले से बचाएं और लक्षण मिलते ही प्रॉपर स्क्रीनिंग करवाएं। अच्छी बात ये है कि योग-आयुर्वेद में न सिर्फ टाइफाइड का इलाज है बल्कि उसके तमाम साइड इफेक्ट को खत्म करने की ताकत भी है।
टाइफाइड के लक्षण
पेट दर्द
कब्ज
डायरिया
भूख नहीं लगना
चेस्ट पर लाल निशान
ठंड लगना
टाइफाइड में रामबाण इलाज
अंजीर- 5 पीस
मुनक्का- 10 दाने
खूबकला- 2 ग्राम
रात में तीनों को भिगो दें
सुबह सिलबट्टे पर पीस लें
चटनी को पानी में उबालें
काढ़ा बनाकर रोज पिएं
टाइफाइड में वजन बढ़ाने के लिए उपाय
रोटी
केला
उबला आलू
पनीर-दही
लिक्विड डाइट
टाइफाइड में परहेज
हाई फाइबर फूड
मसालेदार खाना
तली-भुनी चीज
घी-मक्खन
कब्ज की छुट्टी
सौंफ और मिश्री चबाएं
जीरा, धनिया, सौंफ का पानी लें
खाने के बाद अदरक खाएं
आंत बनाएं मजबूत
गुलकंद
गुलाब के पत्ते
सौंफ
इलायची
शहद
मिलाकर पेस्ट बनाएं
रोज 1 चम्मच खाएं
पेट के लिए फायदेमंद चीजें
रोज पिएं पंचामृत
गाजर
चुकंदर
लौकी
अनार
सेब
सबका जूस निकालकर पिएं