YOGA TIPS: दिल्ली-एनसीआर में पटाखे जलाने का दिखने लगा असर। दिल्ली के कई इलाकों में 10 गुना ज़्यादा प्रदूषित हुई हवा। दिल्ली और आस-पास के जिलों में AQI लेवल 300 के पार। दिल्ली-एनसीआर के आसमान में धुंध और धुएं का गुबार। बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में हो रही दिक्कत। फिर वही कहानी एकबार फिर दिल्ली-NCR की हवा और भी ज्यादा जहरीली होने लगी है। सड़कों पर चल रही करोड़ों गाड़ियां, कंसंट्रक्शन वर्क और पराली के धुएं के बाद दिवाली के पटाखों ने रही सही कसर पूरी कर दी है। दुख तो इस बात का है कि ऐसी नौबत हर साल आती है। सर्दी गिरते ही पराली के धुएं का डर सताने लगता है फिर पटाखे जलाने को लेकर डिबेट शुरु होती है। देखते-देखते ना सिर्फ दिल्ली-NCR खराब हवा से पूरे उत्तर भारत का दम घुटने लगता है।
ऐसे में जरूरी है एक उस फिल्टर की जो प्रदूषित हवा के हमले को रोककर वातावरण को साफ कर दे। कुछ वैसे ही जैसे इंद्र देव के क्रोध से बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठा लिया था। जिसके नीचे आकर लोगों ने अपनी जान बचाई थी। पॉल्यूशन से बचने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाने जैसे चमत्कार की ही जरूरत है। क्योंकि एयर पॉल्यूशन बढ़ते ही सांस से जुड़ी परेशानियां बढ़ने लगती हैं। COPD ब्रोंकाइटिस, टीबी, अस्थमा जैसी बीमारिया ट्रिगर हो जाती हैं। इतना ही नहीं जो लोग हेल्दी हैं वो भी थकान,सिरदर्द,स्ट्रेस, आंख-नाक और गले में जलन की शिकायत करने लगते हैं। खराब हवा का असर न्यूरो सिस्टम और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर भी दिखाई देता है। सांस लेने के लिए कुदरत हमें जो साफ हवा देती है उसे हम सब मिलकर जहरीली बनाते है और फिर खामियाजा भी भुगतते हैं अब ऐसे में किसी एक की कोशिश से उसे ठीक भी नहीं किया जा सकता। पॉल्यूशन से बचने के लिए हर किसी को अपने हिस्से की हवा साफ करनी होगी। ये सब होगा ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाकर। गाड़ियों का इस्तेमाल कम करके पराली और इंडस्ट्रियल पॉल्यूशन को कंट्रोल करने का सही सॉल्यूशन ढूंढकर। जिस तरह रातों-रात हवा बद से बदतर हो जा रही है। वो चुटकी बजाते ही साफ तो नहीं हो सकती। ऐसे में सांसों पर लगने वाली इमरजेंसी से बस योगिक फिल्टर ही बचा सकता है तो बेहतर है योग के चमत्कार को समझिए और अन्नकूट और गोवर्धन पूजा के इस मौके पर योग कीजिए।
खराब एयर क्वालिटी दिल्ली-NCR
211 196 248
दिल्ली फरीदाबाद गाजियाबाद
234 238 221
ग्रेटर नोएडा गुरुग्राम पानीपत
एलर्जी के लक्षण
- सांस फूलना
- बार-बार छींक आना
- सिर भारी होना
- नाक बंद होना
- आंख से पानी
एयर पॉल्यूशन सांसों पर संकट
- थकान
- सिरदर्द
- स्ट्रेस
- न्यूरो प्रॉब्लम
- खतरे में दिल
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एलर्जी प्रॉब्लम प्रदूषण जिम्मेदार
- देश की 30% आबादी को एलर्जी
- करीब 40 करोड़ को बदलते मौसम में दिक्कत
- दिल्ली के 52.8 % बच्चों को एलर्जी
- दिल्ली के 29% बच्चों को अस्थमा
जहरीली हवा से बचें
- हवा में छोटे-छोटे कण
- सांस से लंग्स में
- लंग्स से ब्लड में
- ब्लड से पूरे शरीर में
- गंभीर बीमारी का खतरा
- लंग्स,आंख,ब्रेन पर असर
एलर्जी में फायदेमंद
- 100 ग्राम बादाम
- 20 ग्राम कालीमिर्च
- 50 ग्राम शक्कर
- मिलाकर पाउडर बनाएं
- 1 चम्मच दूध के साथ लें
एलर्जी में फायदेमंद सरसों का तेल
- सोते वक्त तलवों पर गर्म सरसों तेल लगाएं
- नाभि में सरसों तेल डालें
- नाक में सरसों तेल डालें
हल्दी है फायदेमंद
- दूध में कच्ची हल्दी पकाएं
- हल्दी-दूध में शिलाजीत मिलाएं
- हल्दी दूध लंग्स के लिए फायदेमंद
फेफड़े बनेंगे मजबूत
- श्वासारि क्वाथ पीएं
- मुलैठी उबालकर पीएं
- मसाला टी भी फायदेमंद
गले में एलर्जी
- नमक पानी से गरारा
- सरसों तेल से नस्यम
- मुलेठी खाने से फायदा
स्किन एलर्जी पेस्ट लगाएं
- एलोवेरा
- नीम
- मुल्तानी मिट्टी
- हल्दी
आंखों में एलर्जी
- ठंडे पानी से आंखें धोएं
- गुलाब जल आंखों में डालें
- खीरा काटकर आंखों पर रखें