शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ता है। कोलेस्ट्रॉल कम होना या ज्यादा होना आपकी डाइट और लाइफस्टाइल पर काफी निर्भर करता है। डॉक्टर दवाओं के साथ लाइफस्टाइल में सुधार लाने की सलाह देते हैं जिससे कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है। आप चाहें तो बिना किसी दवा के सिर्फ कुछ आदतों में बदलाव करके भी हाई कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं। शारदा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ भुमेश त्यागी से जानते हैं कोलेस्ट्रॉल को नेचुरली कैसे कम कर सकते हैं?
बिना दवा के कैसे घटा सकते हैं कोलेस्ट्रॉल
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हेल्दी डाइट लें- खाना आपके कोलेस्ट्रॉल को कम या ज्यादा करने में अहम रोल प्ले करता है। आपको ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जिसमें कम सैचुरेटेड और ट्रांस फैट हो। इसके लिए ज्यादा फल, सब्जियों और साबुत अनाज वाली चीजें खाएं। एनीमल प्रोडक्ट में सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है। जैसे रेड मीट, फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट और मक्खन हो गया इनका सेवन कम करें। ज्यादा फल, सब्जियां, साबुत अनाज, बींस, दालें, नट, सीड्स, मछली, ऑलिव ऑयल और एवोकाडो खाएं।
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हर दिन एक्सरसाइज करें- शरीर को फिट रखने का एक ही मंत्र है कि आप हर दिन 30 मिनट की कोई भी एक्सरसाइज जरूर करें। मीडियम इंटेंसिटी वाला कोई भी व्यायाम करें इससे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल शरीर में बढ़ता है और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम होता है। आप वॉक, रनिंग साइकलिंग, स्विमिंग, डांसिंग और कोई भी एक्सरसाइज कर सकते हैं।
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हेल्दी वेट मेंटेन करें- स्वस्थ रहने के लिए आपका वजन कंट्रोल रहना जरूरी है। मोटापा कई बीमारियों की जड़ है जिसमें हाई कोलेस्ट्रॉल से लेकर डायबिटीज तक शामिल है। ज्यादा वजन बढ़ने से कोलेस्ट्रॉल लेवल भी हाई हो सकता है। इसलिए हमेशा अपने वेट को कंट्रोल रखें।
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धूम्रपान और शराब छोड़ दें- ज्यादा धूम्रपान करना सेहत के लिए ठीक नहीं है। एलडीएल लेवल के बढ़ने और एचडीएल लेवल के कम होने का बड़ा कारण धूम्रपान भी हो सकता है। शराब पीने से भी आपकी सेहत को नुकसान होता है। इसलिए इन चीजों से जितना हो सके दूर ही रहें।
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कोलेस्ट्रॉल घटाने के तरीके- अगर आप डायबिटीज के मरीज है, हाई ब्लड प्रेशर के शिकार है या किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। ये मेडिकल कंडीशन आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा सकती है। इसलिए इन बीमारियों को कंट्रोल रखें और नियमित दवाएं खाएं। डॉक्टर से समय-समय पर जांच करवाते रहें।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)