सिगरेट बनाने वाली कंपनी सिगरेट के डिब्बे पर चेतावनी देती है- सिगरेट दर्दनाक मौत देती है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि बावजूद इसके लोग अपनी जान को लगातार खतरे में डालते हैं। सिगरेट का धुआं मुंह से गुजरकर दांतों से होता हुआ, मसूड़े, नाक, गले, ब्रेन और फिर पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। एक स्मोकिंग से 20 तरह के खतरनाक कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
क्या आप ये जानते हैं कि भारत में हर साल 10 लाख से ज्यादा लोग सिगरेट की वजह से जान गंवा देते हैं। लंग्स कैंसर से मरने वालों में 100 में से 90 लोग स्मोकर हैं। स्मोकिंग करने वालों को ये समझना होगा कि जब वो सिगरेट जलाते हैं तो सबसे पहले धुआं नाक के बाहरी लेयर को डैमेज करता है, फिर फेफड़े पर अटैक करता है। साथ ही मुंह, गले, ब्लड, लंग्स, पैन्क्रियाज, किडनी, लिवर, यूट्रेस और कोलन कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है।
दुबलेपन से पाना है छुटकारा तो स्वामी रामदेव से जानिए मजबूत बॉडी बनाने के घरेलू नुस्खे और योगासन
यही वजह है कि सिगरेट बेचने वाली कंपनी खुद इस बात की चेतावनी देती है कि दर्दनाक मौत की वजह बन सकती है, लेकिन मुश्किल ये है कि एक बार जब कोई स्मोकिंग शुरू कर देता है तो उसे छोड़ा कैसे जाए? अगर आप सिगरेट छोड़ना चाहते हैं या खराब लंग्स को हेल्दी बनाना चाहते हैं तो स्वामी रामदेव ने इसके लिए कारगर उपाय बताए हैं।
सिगरेट का जानलेवा धुआं कहां-कहां पहुंचाता है बुरा असर?
- मुंह
- मसूड़े
- नाक
- ब्रेन
- दांत
- जीभ
- गला
- लंग्स
- गरुड़ासन
- नटराज आसन
स्मोकिंग से कैंसर:
- ओरल कैंसर
- ब्लड कैंसर
- यूट्रस कैंसर
- थ्रोट कैंसर
- पेनक्रियाटिक कैंसर
- कोलन कैंसर
योग करके लंग्स को करें मजबूत:
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- हलासन
- चक्रासन
- पश्चिमोत्तान आसन
- मयूरासन
- दंड बैठक
- वृक्षासन
- पक्षी आसन
- बटरफ्लाई आसन
- ताड़ासन
- पद्मासन
- योगमुद्रासन
- मत्स्यासन
यौगिक जॉगिंग के फायदे:
- यौगिक जॉगिंग से इम्युनिटी बढ़ती है।
- शरीर से फैट कम करके लचीला बनाता है।
- हाथ की मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है।
- जांघ की मांसपेशियों को फायदा पहुंचाता है।
- डायबिटीज को दूर करने में कारगर है।
- फैटी लिवर की समस्या दूर करता है।
मकरासन के फायदे:
- डिप्रेशन को ठीक करने में फायदेमंद है।
- अस्थमा, घुटने के दर्द में आराम देता है।
- उच्च रक्तचाप और दिल के रोगों के लिए अच्छा है।
- मानसिक रोगों को ठीक करने में मददगार है।
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सूर्य नमस्कार के फायदे:
- सूर्य नमस्कार से कंसंट्रेशन बढ़ता है।
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- डिप्रेशन को दूर करता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है।
- शरीर को डिटॉक्स करता है।
- फेफड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाता है।
- लिवर को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है।
शीर्षासन के फायदे:
- मेंटल पीस और मेमोरी पावर बढ़ती है।
- बच्चों के हाथ मजबूत होते हैं।
- आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- ब्रेन में पूरी तरह से ऑक्सीजन पहुंचती है।
- बालों से जुड़ी बीमारियां दूर होती हैं।
सर्वांगासन के फायदे:
- आईक्यू लेवल बढ़ाने में मदद करता है।
- बच्चों का कंसंट्रेशन बढ़ता है।
- याद की हुई चीजें नहीं भूलते हैं।
- ब्रेन में एनर्जी का फ्लो बढ़ता है।
उष्ट्रासन के फायदे:
- शरीर का पोश्चर सुधारता है।
- कंधों और पीठ को मजबूत करता है।
- पीठ दर्द में बेहद लाभाकारी है।
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाता है।
- किडनी को हेल्दी बनाने में मदद करता है।
- मोटापा दूर करने में सहायक है।
मंडूकासन के फायदे:
- गैस और कब्ज की समस्या दूर होती है।
- फैटी लिवर की समस्या दूर होती है।
- पाचन तंत्र सही करने में सहायक है।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
- डायबिटीज को रोकने में सहायक है।
शशकासन के फायदे:
- दिल के मरीजों के लिए लाभकारी है।
- तनाव और चिंता दूर होती है।
- क्रोध और चिड़चिड़ापन दूर होता है।
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- माइग्रेन के रोग में फायदेमंद है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- लिवर और किडनी के रोग दूर होते हैं।
योग मुद्रासन के फायदे:
- इस आसन से इम्युनिटी बढ़ती है।
- छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती हैं।
- पेट से जुड़े रोगों से मुक्ति मिलती है।
- पेट की चर्बी खत्म होती है।
- मोटापा कम करने में सहायक है।
- रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
भुजंगासन के फायदे:
- इस आसन से सीना चौड़ा होता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को सुंदर और स्लिम बनाता है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
- तनाव, चिंता, डिप्रेशन दूर करता है।
प्राणायाम से लंग्स करें मजबूत:
- भस्त्रिका
- कपालभाति
- अनुलोम विलोम
- भ्रामरी
कपालभाति के फायदे:
- सेहत अच्छी बनी रहती है।
- बंद सांस नली कपालभाति से खुल जाती है।
- मजबूत बॉडी के लिए फायदेमंद है।
- शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
- पेट के कैंसर में बेहद कारगर है।
आयुर्वेदिक औषधि से लत दूर करें:
सिगरेट से लंग्स होते हैं खराब-
- पाचन तंत्र कमजोर होने पर द्राक्षासव लें।
- नर्व्स कमजोर होने पर अश्वगंधारिष्ट लें।
- हार्ट कमजोर होने पर अर्जुनारिष्ट लें।
- कब्ज में अभ्यारिष्ट बेहद कारगर है।
- कमजोर मेमोरी के लिए सारस्वत रिष्ट लें।
- शरीर में गर्मी बढ़ने पर चन्दनासव लें।
अजवाइन अर्क थेरेपी:
- 250 ग्राम अजवाइन लें।
- 1 लीटर पानी में भिगो दें।
- अजवाइन उबाल कर अर्क बनाएं।
- खाने के बाद अर्क पिएं।