एक कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी- आगे कुआं पीछे खाई। कई बार आप ऐसी मुसीबत में फंस जाते हैं, जिससे निकलना बहुत मुश्किल सा लगता है। अब कोरोना से रिकवर हो रहे लोगों को ही ले लीजिए। पोस्ट कोरोना कॉम्प्लिकेशन्स और दवाइयों के साइड इफेक्ट की वजह से जान लगातार जोखिम में बनी हुई है। वायरस से ठीक भी हो गए तो दूसरी बीमारियां पकड़ ले रही हैं, जिसका अगर वक्त रहते इलाज ना हो तो जान भी जा सकती है। ऐसी ही एक बीमारी है, म्यूकोर माइकोसिस। इसमें मरीज की आंख तक निकालनी पड़ जाती है। म्यूकोर माइकोसिस फंगल इंफेक्शन से जुड़ी बीमारी है, जो इस वक्त शुगर के मरीजों को सबसे ज्यादा हो रही है। इसमें आंख की नसों के पास फंगल इंफेक्शन जमा हो जाता है, जो सेंट्रल रेटिनल आर्टरी का ब्लड फ्लो बंद कर देता है और इसकी वजह से आंखों की रोशनी चली जाती है।
दरअसल, कोरोना संक्रमण के दौरान डॉक्टर बहुत सारे स्टेरॉइड देते हैं। एक्सपर्ट्स बता रहे हैं कि कई बार इसकी वजह से फंगल इंफेक्शन हो जाता है, जो 2-3 दिन तक रहता है और इस दौरान सिर में बहुत ज्यादा दर्द, आंखों में रेडनेस, आंखों से पानी आना, आंखों के मूवमेंट का बंद हो जाना.. जैसी परेशानियां देखी जा रही हैं। जब ये फंगस ब्रेन तक पहुंच जाता है तो सिचुएशन बहुत ही क्रिटिकल हो जाती है। डायबिटिक लोगों को ये बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है।
ऐसे में कोरोना से ठीक होने के बाद भी किसी तरह की लापरवाही करने की जरूरत नहीं है। शरीर में किसी भी तरह की परेशानी और छोटे से छोटे लक्षण पर नज़र रखना बेहद जरूरी है और उसे दूर करने की कोशिश भी करनी चाहिए। पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन्स कैसे दूर होंगे, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
कोरोना के लक्षण:
- बुखार
- खांसी
- सीने में दर्द
- सांस में तकलीफ
- थकान
- बदन दर्द
- पेट में दर्द
- डायरिया
- सिर में दर्द
- त्वचा पर रैशेज
पोस्ट कोरोना का कहर:
- फंगल इंफेक्शन
- म्यूकोर माइकोसिस
- आंख की रोशनी खत्म
- आंख निकालने की नौबत
फंगल इंफेक्शन: खतरे में शुगर पेशेंट-
- आंख की नसों में फंगस जमा
- इंफेक्शन से ब्लड फ्लो बंद
- सेंट्रल रेटाइनल ऑर्टरी पर असर
- आंखों की रोशनी खत्म
योग से बढ़ेगी इम्युनिटी:
- भुजंगासन
- सर्वांगासन
- योगमुद्रासन
- शशकासन
- गोमुखासन
- उत्तानपादासन
- पवनमुक्तासन
- नौकासन
- सेतुबंधासन
- मंडूकासन
भुजंगासन के फायदे:
- किडनी को स्वस्थ बनाता है।
- लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
- तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- फेफड़ों को मजबूत बनाता है।
मंडूकासन के फायदे:
- डायबिटीज को दूर करता है।
- डायजेशन मजबूत करता है।
- कंसंट्रेशन बढ़ाता है।
- लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
प्राणायाम कारगर:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
थकान और कमजोरी के लिए करें ये उपाय:
- आंवला, एलोवेरा, व्हीटग्रास, गिलोय और तुलसी लें।
- बादाम, अखरोट, मुनक्का, अंजीर और खजूर- दूध में मिलाकर रोजाना पीने से ताकत मिलती है।
- तिल, नारियल, सोया, बादाम, अखरोट फायदेमंद।
- सुबह-सुबह जड़ी-बूटियों का रस फायदेमंद।
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मसल्स और बॉडी पेन के लिए:
- चंद्रप्रभा और ऑर्थोग्रीट का सेवन करें।
- अश्वगंधा, शतावर, सफेद मूसली, कोच-बला बीज- सबका पाउडर बना लें और 1-1 ग्राम रोजाना लें।
- अश्वशिला कैप्सूल एक-एक गोली लेने से लाभ।
- इम्यूनोचार्ज और इम्यूनोग्रीट फायदेमंद।
तेज बुखार होने पर:
- गिलोय घनवटी, सुदर्शन घनवटी, ज्वरनाशकवटी
- खाने के बाद एक-एक गोली तीन बार लें।
त्रिफला के लाभ:
एंटी इंफ्लामेटरी गुण
एंटी-ऑक्सीडेंट गुण
रोज सुबह त्रिफला जूस का सेवन करें।
इम्यून सिस्टम मजबूत करता है।
इम्युनिटी के लिए:
- गिलोय
- तुलसी
- अश्वगंधा
- (खाने के बाद 1-1 गोली लें)
मजबूत लंग्स के लिए:
- श्वसारि क्वाथ रोजाना पिएं।
- डैमेज लंग्स में श्वसारि गोल्ड बेहद कारगर।
- लक्ष्मीविलास, संजीवनी वटी और श्वसारि गोल्ड- खाना खाने के बाद एक-एक गोली लें।
- नियमित स्टीम लेना फायदेमंद।
- लहसुन, अदरक, प्याज और हल्दी का लेप लगाएं।
- चेस्ट के लिए लहसुन, अदरक, प्याज और हल्दी से लाभ।
- खांसी होने पर खदरादिवटी-लॉन्गादिवटी लें।