डायबिटीज में जौ का सत्तू: डायबिटीज में शुगर मैनेज करना आसान काम नहीं है। बस थोड़ी सी लापरवाही भी शुगर के लक्षणों को बढ़ा सकती है। ऐसे में शुगर मैनज करने के लिए डाइट कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। उन फूड्स को खाना जरूरी है जिसमें फाइबर होता है और ये मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है। इससे खाना से निकलने वाला शुगर तेजी से पचने लगता है और फिर ये जाकर खून में नहीं मिलता है जिससे शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। ऐसा ही एक चीज है जौ का सत्तू जो कि सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। तो, जानते हैं डायबिटीज में सत्तू पीने के फायदे। पर उससे पहले जानते हैं डायबिटीज में जौ कैसे फायदेमंद है।
डायबिटीज में कैसे फायदेमंद है जौ
PubMed में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक डायबिटीज के उपचार में जौ के लाभकारी गुणों की जांच की गई। इसमें पाया गया कि डायबिटीज की स्थिति में जौ खाने वाले चूहों में ब्लड ग्लूकोज कंसंट्रेशन, पानी की खपत और वजन में कमी काफी कम थी। ये सब इसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा होने की वजह से था। इस तरह शुगर में जौ का सेवन कारगर है।
डायबिटीज में क्यों पिएं जौ का सत्तू
डायबिटीज में जौ का सत्तू पीना शुगर मेटाबोलिज्म को तेज करता है और डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद करता है। होता ये है कि जब आप जौ का सत्तू पीते हैं तो इंसुलिन सेल्स का काम काज तेज होता है और फिर ये शरीर में पैदा होने वाले शुगर को पचाना शुरू कर देता है। साथ ये है डायबिटीज के मरीजों में कब्ज की समस्या को भी कम करने में मदद करता है जिससे शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा ये शरीर से गंदगी को फ्लश ऑउट करता और टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
डायबिटीज में जौ का सत्तू कब पिएं
डायबिटीज में जौ का सत्तू आपको सुबह खाली पेट पीना चाहिए। साथ ही ये सत्तू गुनगुने पानी में बनाकर पिएं। इससे ये तेजी से काम करेगा और डाइजेशन को बेहतर बनाएगा। तो, जौ का सत्तू पिएं और डायबिटीज कंट्रोल करें।