हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खराब लाइफस्टाइल के कारण हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ गया है। कोरोना के बाद तो हार्ट अटैक का नाम लेते ही लोगों के दिलों में दहशत पैदा हो जाती है। एक वक्त था जब बड़े-बुजुर्गों में हार्ट अटैक के मामले सुनने को मिलते थे, लेकिन आजकल कम उम्र के युवाओं को सबसे ज्यादा अटैक आने लगे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो इसका कारण धमनियों और हार्ट में ब्लॉकेज है। जिससे हार्ट अटैक की समस्या बढ़ने लगी है।
आपको बता दें कि हार्ट में ब्लॉकेज तब होती है, जब हमारी दिल की धमनियों में प्लाक जिसे आप फैट या कोलेस्ट्रॉल कह सकते हैं ये जमा होने लगता है। इससे दिल तक खून पहुंचने में परेशानी होती है और हार्ट को प्रोपर ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। जिससे कई बार शरीर में ऐसे लक्षण दिखते हैं जिन्हें समझना जरूरी है। हार्ट में ब्लॉकेज होने पर कई बार सीने में दर्द उठता है, सांस लेने में तकलीफ होती है और चक्कर आने लगते हैं। ऐसे में समय रहते हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षणों को पहचानना जरूरी है।
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर दिखते हैं ये लक्षण
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सीने में दर्द- हार्ट में ब्लॉकेज की निशानी है कि आपको सीने में दर्द या भारीपन महसूस हो सकता है। ज्यादातर सीने के बीच में या बाईं और ये दर्द महसूस होता है। कई बार ये दर्द हाथ, कंधे, गर्दन या जबड़े तक भी जा सकता है। ऐसी स्थिति कभी महसूस हो तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
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सांस लेने में परेशानी- धमनियों में प्लाक जमने पर कई बार सांस की दिक्कत होने लगती है। सांस फूलना भी हार्ट में ब्लॉकेज का लक्षण है। अगर कुछ काम करते वक्त या कई बार रिलेक्स के दौरान भी सांस की समस्या हो तो हार्ट में ब्लॉकेज हो सकती है। ऐसा धमनियों में रुकावट के कारण ऑक्सीजन नहीं पहुंचने से लगता है। हार्ट को ऑक्सीजन पंप करने में परेशानी होती है।
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ज्यादा कमजोरी और थकान होना- अगर बहुत थकान और कमजोरी बिना किसी मेहनत और काम के महसूस होने लगे तो ये हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षण हो सकते हैं। जब हार्ट में ब्लड फ्लो प्रभावित होता है तो ऐसा महसूस होने लगता है। ऐसे में इंसान को बहुत कमजोरी महसूस होती है।
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बेहोशी और चक्कर आना- कई बार हार्ट में ब्लॉकेज होने पर चक्कर आने की समस्या या अचानक बेहोशी सी छाने लगती है। ब्लड फ्लो में रुकावट इसका कारण है। इसलिए कभी अचानक से बेहोशी छाए तो डॉक्टर को जरूर दिखा लें। ये दिल की धमनियों में रुकावट के संकेत हो सकते हैं।
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दिल की धड़कन अनियमित होना- हार्ट में ब्लॉकेज होने पर खई बार हार्ट बीट अनियमित होने लगती है। यानि ऐसा महसूस होता है कि कई बार दिल की धड़कम कम हो रही है और कई बार बहुत तेजी से दिल धड़कने लगता है। इस तरह के लक्षण आपको हार्ट में ब्लॉकेज के संकेत देते हैं जिन्हें गंभीरता से लेना चाहिए।