सीजनल बीमारियों में डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर सबसे ज्यादा फैलने वाली बीमारी हैं। मच्छरों के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां फैलती हैं। जिसमें डेंगू को सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। डेंगू में तेजी से प्लेटलेट्स गिरते हैं जिससे मरीज गंभी स्थिति में पहुंच सकता है। डेंगू में तेज बुखार, उल्टी और सिर में दर्द की समस्या होती है। फोर्टिस हॉस्पिटल के सीनियर सीनियर डॉक्टर आर. एस. मिश्रा से जानते हैं कि डेंगू कितना खतरनाक है और डेंगू बुखार होने पर क्या खाएं और किन बातों का ख्याल रखें?
डेंगू बुखार एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। सबसे पहले डेंगू के लक्षणों को जान लें। डेंगू में तेज बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, और शरीर पर चकत्ते हो जाते हैं। गंभीर मामलों में, जैसे डेंगू हेमरेजिक बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम, रक्तस्राव, अंग विफलता, और मृत्यु का खतरा भी हो सकता है।
डेंगू में कितनी होनी चाहिए प्लेटलेट्स?
आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। लेकिन डेंगू होने पर प्लेटलेट्स गिरते हैं। अगर शरीर में 1 लाख या 50 हजार प्लेटलेट्स पहुंच जाएं तो मरीज घबराने लगता है। लेकिन डॉक्टर्स की मानें तो प्लेटलेट्स 10 हजार से भी कम हो जाएं, लेकिन अगर मरीज को ब्लीडिंग नहीं हो रही है तो ज्यादा परेशान होने की बात नहीं है। हां लगातार मॉनिटरिंग बहुत जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर स्थिति के हिसाब से मरीज को प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए ब्लड चढ़ा सकते हैं।
डेंगू के खतरनाक लक्षण
- मसूड़ों से नाक से खून आना
- बुखार 100 डिग्री से ज्यादा बना रहना
- शरीर पर दाने दिखाई देना
- उल्टी और दस्त होना
डेंगू होने पर मरीज को क्या खिलाएं?
डॉक्टर की मानें तो डेंगू में मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाने चाहिए। इसके लिए कीवी और नाशपाती और दूसरे विटामिन सी रिच फ्रूट्स और सब्जियां डाइट में शामिल करें। मरीज को ज्यादा लिक्विड डाइट दें। नारियल पानी पिलाएं। ताजा घर का बना सूप पिलाएं। घर पर बना जूस दें। पानी लगातार पिलाते रहें। घर का बना हल्का और सुपाच्य खाना खिलाएं।