हमारी जीवनशैली और खान-पान की आदतों में अगर लंबे समय तक गड़बड़ी रहे तो हमारे शरीर के अंदर की कार्य प्रणाली भी गड़बड़ाने लगती है, जिसके कारण डायबिटीज के साथ कई लाइफस्टाइल डिजीज की गिरफ्त में आ जाते हैं। पहले के समय में डायबिटीज 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को होती थी। लेकिन जेनेटिक होने के कारण अब कम उम्र के लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। ब्लड शुगर को समय रहते कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है अन्यथा कई अंगों पर बुरा असर पड़ता है।
स्वामी रामदेव के अनुसार जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है तो किडनी, हार्ट, लंग्स के साथ-साथ आंखों पर बुरा असर पड़ता है। कई मामले ऐसे सामने आए हैं जिसमें हाई ब्लड शुगर के कारण मरीज की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होती चली गई हैं। इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आने वाले समय में इस समस्याओं का सामना न करना पड़े तो समय रहते इसे कंट्रोल कर लें।
ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेद में विभिन्न उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाकर आसानी से आप ब्लड शुगर कंट्रोल कर सकते हैं। लेकिन आप चाहे तो इस आयुर्वेदिक जूस का सेवन कर सकते हैं। स्वामी रामदेव से जानिए इस जूस को बनाने और पीने के तरीके के बारे में।
डायबिटीज के मरीजों को कैसे फायदेमंद होगा ये जूस?
सदाबहार
सदाबहार के पौधे में एल्कलॉइड नाम तत्व पाया जाता है जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देता है, जिससे यह सही मात्रा से इंसुलिन बनाने लगता है। इस कारण आपका ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है।
खीरा
औषधीय गुणों से भरपूर खीरा में अधिक मात्रा में फाइबर के साथ विटामिन्स, पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
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टमाटर
टमाटर में एंटी ऑक्सीडेंट के साथ विटामिन्स प्रचुर मात्रा में होते हैं। इसके साथ ही इसमें प्यूरिन की मात्रा भी काफी कम होती है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
गिलोय
आयुर्वेद में गिलोय का काफी महत्व है। इसमें पाया जाने वाला हाइपोग्लाईकैमिक ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए इसे अकेले भी पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल होने के साथ कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं।
करेला
करेले में पोटेशियम, विटामिन ए, बी, सी के साथ थायमिन, राइबोफ्लेविन जैसे गुण पाए जाते हैं जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को शक्ति देता है, जिससे यह सही मात्रा से इंसुलिन बनाने लगता है और आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
आयुर्वेदिक जूस बनाने के लिए सामग्री
- 5-6 सदाबहार के फूल और थोड़ी पत्तियां
- 1-2 इंच गिलोय
- एक करेला
- गिलोय की 1-2 पत्तियां
- एक खीरा
- एक टमाटर
- थोड़ा चिरैता
- थोड़ा गुलमार्ग
ऐसे बनाएं जूस
आपको जो भी चीजों मिल जाएं उन्हीं का जूस बनाकर पी लें। जूस बनाने के लिए सभी चीजों को ग्राइंडर में डालकर पीस लें। इसके बाद इसे छानकर लें और रोजाना फ्रेश-फ्रेश जूस खाली पेट पी लें।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।