श्रावण माह में पड़ने वाले सावन का बहुत अधिक महत्व है। इस माह में भगवान शिव की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस माह काफी लोग व्रत रखते हैं। हर कोई विभिन्न तरीके से उपवास करता है। कोई बिना कुछ खाएं पूरे माह व्रत रखता है तो कोई हर समय फल आदि का सेवन कर लेते हैं। लेकिन लगातार व्रत करने से कई लोगों को एसिडिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है। स्वामी रामदेव के अनुसार अगर आप भी उपवास के समय एसिडिटी की समस्या का सामना कर रहे हैं तो इन घरेलू उपायों को अपना सकते हैं।
सौंफ का पानी
सौंफ को रातभर पानी में भिगो दें और सुबह उठकर सौंफ का पानी पी लें। जलन से राहत मिलेगी। इससे लाभ मिलेगा।
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मेथी का पानी
मेथी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो आपके पेट को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। इसके लिए रात को एक गिलास में 1 चम्मच मेथी डालकर रख दें। सुबह छानकर इसका सेवन करे। इससे भी एसिडिटी में लाभ मिलेगा।
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नींबू और शहद
व्रत के दौरान एसिडिटी की समस्या है तो गर्म पानी में नींबू और शहद डालकर पी लें। थोड़ी देर में ही आपको काफी राहत मिलेगी। इसके साथ ही आपकी बॉडी डिटॉक्स होगी।
लौकी का जूस
लौकी का जूस का सेवन करने से एसिडिटी की समस्य़ा से निजात मिलेगा। इसके साथ ही शरीर को एनर्जी मिलने के साथ इम्यूनिटी बूस्ट होगी।
एलोवेरा का जूस
एलोवेरा जूस में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो आपके पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करता है। इसलिए आप चाहे तो सुबह-सुबह एलोवेरा का जूसल पी सकते है।
फास्टिंग कैसे करें ?
- उपवास के दौरान खूब पानी पिएं
- ज्यादा से ज्यादा मौसमी फल खाएं
- तला-भुना ना खाएं
- नींबू पानी से बॉडी डिटॉक्स
उपवास में सेहत का राज़
- फास्टिंग से क्रोनिक बीमारियां दूर
- बीपी, शुगर, थायराइड कंट्रोल
- फास्टिंग से उम्र भी बढ़ती है
- इम्यून सिस्टम बेहतर होता है
- ऑटो इम्यून डिजीज़ कंट्रोल