पायरिया की बीमारी एक आम बीमारी है। जल्दी-जल्दी ब्रश करने के कारण दांत की सफाई ठीक ढंग से न कर पाने बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं जिसके कारण पायरिया रोग की समस्या हो जाती है। पायरिया के कारण मसूड़ों में खून आना, दांतों में दर्द, मुंह से बदबू के साथ -साथ कई बार दांत टूटने की समस्या भी हो जाती है। अगर इसे समसय पर सही नही किया गया तो कई अन्य ओरल हेल्थ की समस्या हो सकती है।
पायरिया के लक्षण
- मसूढ़ों में सूजन और लाली।
- दांतों के बीच खाली जगह।
- सांस में बदबू आना
- दांतों का हिलना।
- मसूढ़ों और दांतों में पस का जमा होना।
- दांतों और मसूढ़ों से खून आना।
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अगर आप भी पायरिया की समस्या से हमेशा परेशान रहते हैं तो स्वामी रामदेव से जानिए कारगर घरेलू उपाय। जिससे कुछ ही दिनों में आपको लाभ मिल जाएगा।
- त्रिफला, हल्दी, सेंधा नमक और सरसों का तेल मिलाकर मसूड़ों की धीरे-धीरे मसाज करते हैं। इससे लाभ मिलेगा।
- रोजाना नीम या बबूल की दातून करने से भी लाभ मिलेगा।
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कपालभाति
रोजाना कपालभाति करने से आपके नर्वस सिस्टम के न्यूरॉन ठीक ढंग से काम करेंगे। इसके लिए रोजाना 10-15 मिनट कपालभाति करे।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस आसन को 15 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं।