क्या कभी देर तक बैठे-बैठे आपके हाथ-पैर सुन्न हुए हैं? क्या आपके साथ अक्सर ऐसा होता है? ऐसी स्थिति में आपको सुन्न पड़ चुके अंग में कुछ देर के लिए कोई एहसास नहीं होता। जैसे अगर पैर सुन्न हो जाए तो खड़ा होना बहुत मुश्किल हो जाता है। कई बार सुन्न पैर के साथ खड़ा होने का प्रयास करने पर लोग गिर भी जाते हैं। अगर आपके भी हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं, तो आपको इसकी वजह जानना जरूरी है।
हाथ−पैरों में झनझनाहट और सुन्न होने की समस्या के विभिन्न कारण हो सकते हैं। कुछ बीमारियां जैसे थायराइड, मधुमेह, स्ट्रोक व अन्य कई बीमारियों के कारण भी हाथ−पैरों में झनझनाहट और सुन्न होने की समस्या होती है।
स्वामी रामदेव के अनुसार 40 साल की उम्र के बाद अधिकतर लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। जब शरीर में ओमेगा फैटी एसिड 3 , कैल्शियम, विटामिन्स या फिर प्रोटीन की कमी हो जाती हैं तो हाथ-पैर सुन्न पड़ने लगते हैं।
कभी-कभार हाथ-पैर का सुन्न हो जाना एक सामान्य बात है, लेकिन बार-बार ऐसा होता है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। ये किसी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। जानिए स्वामी रामदेव से किन आयुर्वेदिक उपायों के द्वारा इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
मोरिंगा
मोरिंगा को 'सहजन' नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में मोरिंगा का काफी महत्व है। मोरिंगा में सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। मोरिंगा में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी 2 या राइबोफ्लेविन, विटामिन बी3 या नियासिन, विटामिन बी-6, फोलेट और एस्कॉर्बिक एसिड , विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम, लोहा, मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे तत्व पाए जाते हैं। अगर आपके हाथ-पैर अधिकतर सुन्न हो जाते हैं तो मोरिंगा की सब्जी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप मोरिंगा का सूप या फिर जूस पी सकते हैं।
अलसी
हाथ-पैर सुन्न होने की समस्या से निजात दिलाने में अलसी भी मदद कर सकती हैं। अलसी में आयरन, पोटेशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, सोडियम, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं जो आपके शरीर में जाकर हर पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं। रोजाना एक चम्मच अलसी का सेवन करें।
तिल
तिल सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम, प्रोटीन, एमीने एसिड के साथ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपकी मांसपेशियों को मजबूत रखने के साथ पूरे शरीर को फिट रखते हैं। रोजाना एक चम्मच तिल का सेवन करें।
औषधियां
रोजाना चंद्रप्रभा वटी का सेवन करें। इसके साथ ही शतावर 2-3 ग्राम लें।
अनुलोम विलोम
हाथ-पैर की सुन्नता कम करने के लिए अनुलोम विलोम प्राणायाम भी काफी कारगर है। रोजाना जितनी देर हो सके उतनी देर इस प्राणायाम को करें। इससे आपके शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ेगा। जिससे आपका पूरा शरीर फिट और रोगमुक्त रहेगा।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।