हिचकी आना एक आम समस्या है। सामान्य भाषा में कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति आपको याद कर रहा है तो आपको हिचकी आने लगती हैं। लेकिन आपको बता दें कि हिचकी आने का वैज्ञानिक कारण भी होता है। हिचकी आने का कारण होता है डायफ्राम का सिकुड़ना यानी छाती को पेट से अलग करने वाली मांसपेशी जिसे डायफ्राम नाम से जाना जाता है वो जब सिकुड़ जाती है तो हमें हिचकी आने लगती है। हिचकी आने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कुछ तीखा खा लेना, अचानक से पानी पीना या फिर जल्दी-जल्दी खाना खाना आदि।
हिचकी आने का कारण भी है। इसके अनुसार हमारी जो वोकल कोर्ड यानी स्वर यंत्र होता है। जिसकी सहायता से हम अपनी ध्वनी को शब्दों का रूप दे पाते हैं, वह कोर्ड अचानक से बंद हो जाती है।
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आमतौर पर हिचकी आने पर पानी पीने की सलाह दी जाती है। क्योंकि हिचकी को शरीर में पानी की कमी का संकेत माना जाता है। इस समस्या से तुरंत निजात पाने के लिए आप स्वामी रामदेव द्वारा बताए इन घरेलू नुस्खों को अपना सकते हैं। इनसे आपको इंस्टेंट लाभ मिलेगा।
हिचकी आने पर अपनाएं ये उपाय
- जब आपको हिचकी आ रही हो तब अपनी सांस को लंबा खींचकर 20-30 सेंकड रोककर बैठ जाएं। इससे आपको तुंरत लाभ होगा।
- एक गुब्बार लेकर उसमें मुंह से तेजी से हवा भरें। इससे भी आपकी हिचकी आना बंद हो जाएगी।
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- पीपल की पेड़ की छाल को आधा ग्राम शहद के साथ खा लें। इससे भी आपको तुरंत लाभ मिलेगा।
- मोर का पंख की पिछले हिस्से की भस्म बना लें और इसे शहद के साथ चाट लें। इससे हिचकी आना बंद हो जाएगी।
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