HMPV Virus या Human metapneumovirus क्या है? इस समय इस वायरस ने दुनियाभर में खौफ का माहौल बना रखा है। खास कर कि अमेरिका में तो इसके कारण स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। दरअसल, पिछले हफ्ते, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) ने राष्ट्रव्यापी एचएमपीवी मामलों में बढ़ोतरी की सूचना दी है। संगठन की इस रिपोर्ट की मानें तो, मार्च के महीने में इसके मामले में खूब बढ़ोतरी देखी गई है। टेस्टिंग में लगभग 11 प्रतिशत नमूने एचएमपीवी पॉजिटिव पाए गए हैं और अब ये 36 प्रतिशत तक और बढ़ गए हैं।
HMPV Virus क्या है?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (Human metapneumovirus) न्यूमोविरिडे का एक नेगेटिव सिंगल आरएनए वायरस है। पहली बार ये वायरस 2001 में खोजा गया था। असल में ये एक पैरामाइक्सोवायरस (paramyxovirus)है। यानी कि एक प्रकार का वायरस जो विभिन्न सामान्य संक्रमणों का कारण बनता है। अन्य पैरामाइक्सोवायरस में पैराइन्फ्लुएंजा, रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (RSV), खसरा और मम्प्स है।
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कैसे फैल रहा है ये वायरस- Causes of HMPV Virus
सीडीसी के अनुसार, एचपीएमवी खांसने या छींकने से फैल रहा है। इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क या दूषित वस्तुओं के संपर्क में आने से भी ये फैल सकतै है। इसके अलावा आंखों, मुंह या नाक को छूने से उत्पन्न हवा के कणों से भी ये फैलता है।
एक अध्ययन की मानें तो. ये वायरस लगभग 38 प्रतिशत तक संक्रामक है।
HMPV Virus के लक्षण- Symptoms of HMPV Virus
ये वायरस ऊपकी श्वसन प्रणाली को सबसे पहले संक्रमित करता है। इसकी वजह से नाक बंद होना, जुकाम, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और फेफड़ों मे इंफेक्शन के लक्षण नजर आ सकते हैं। ये लक्षण पहले 3 से 7 दिन तक रह सकते हैं और समय के साथ गंभीर रूप धारण कर सकते हैं।
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कैसे करें बचाव-Prevention Tips
मानव मेटान्यूमोवायरस आम तौर पर गंभीर नहीं है, लेकिन छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। कुछ मामलों में, यह निचले श्वसन पथ में फैल सकता है, जिसके ब्रोंकियोलाइटिस जैसी अधिक गंभीर बीमारी हो सकती है। ऐसे में जिस व्यक्ति में भी इस बीमारी के लक्षण दिखे उससे दूरी बनाएं। मास्क पहनें और रेस्पिरेटरी हाइजीन का ध्यान रखें।