आजकल युवाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या तेजी से बढ़ रही है। डराने वाली बात ये है कि शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी महसूस नहीं हो रही है। ज्यादातर युवा जो मल्टीनेशनल कंपनियों में काम करते हैं फुल बॉडी चेकअप के कॉर्पोरेट पैकेज का फायदा लेने के लिए जब आते हैं, तो कई बार रिपोर्ट देखकर चौंक जाते हैं। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने जहां युवाओं के शरीर बैड कोलेस्ट्ऱॉल बढ़ा होता है, लेकिन इसके कोई लक्षण उन्हें महसूस नहीं होते हैं। शरीर में जमा ये खराब कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे ब्लॉकेज पैदा करता है और हार्ट अटैक की वजह बन सकता है।
साल 2021 में हुए एक अमेरिकी रिसर्च में पाया गया कि बड़ी संख्या में युवा खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या से परेशान हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल बाद में हार्ट अटैक की वजह बन सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर हार्ट की धमनियों में प्लाक और रुकावट पैदा होने लगती है। इसलिए समय रहते खराब कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर लेना जरूरी है। शारदा हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ भुमेश त्यागी से जानते हैं कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए क्या करें?
हाई कोलेस्ट्रॉल से कैसे बचें?
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स्क्रीनिंग कराएं- अगर आपकी उम्र 25 साल से ऊपर है तो कोलेस्ट्रॉल की जांच जरूर करवानी चाहिए। अगर सब कुछ नॉर्मल है तो 5 साल बाद फिर से चेकअप करवाएं। अगर कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल से ज्यादा है तो हर साल टेस्ट करवाएं और डॉक्टर की सलाह लें। अगर हाई कोलेस्ट्ऱॉल, हार्ट अटैक या स्ट्रोक की फैमिली हिस्ट्री रही है तो हर साल जांच करवाएं। इसके अलाव कई बार हाइपोथायरायडिज्म और डायबिटीज के कारण भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, तो ये टेस्ट भी करवा लें।
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लाइफस्टाइल बदलें- जिन लोगों को कोलेस्ट्रॉल ज्यादा है उन्हें लाइफस्टाइल में भी बदलाव करने चाहिए। ऐसे लोगों को डाइट और वजन को कंट्रोल रखने की जरूरत है। आपको सेचुरेटेड फैट, मीठा, नमक, प्रोसेस्ड फूड, अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड और मार्केट के खाने से परहेज करना चाहिए। 20 की उम्र के बाद से ही डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल, सब्जी, साबुत अनाज, नट्स, सीड्स, मछली खाएं। आजक लोग प्लांट बेस्ड प्रोटीन का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
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वजन कंट्रोल रखें- फिजिकली एक्टिव रहने से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए रोजाना कोई न कोई फिटनेस एक्टिविटी जरूर करें। वजन कम करने और उसे बैलेंस करने से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। कई रिसर्च में पता चला है कि वजन घटाने से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है।
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स्मोकिंग और शराब कम पिएं- हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीज को स्मोकिंग नहीं करनी चाहिए इससे ब्लड वेसिल्स को नुकसान पहुंचाता है और धमनियां सख्त हो जाती हैं। इसे खून में रुकावट हो सकती है जिससे दिल के दौरे का खतरा बढ़ता है। इसी तरह से शरीर भी शरीर में जाकर लीवर में ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल में बदल जाती है। जब लिवर फैटी होने लगता है तो शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढने का खतरा पैदा होता है। इसलिए शराब और सिगरेट पीने से बचना चाहिए।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)