Highlights
- मूली में भरपूर मात्रा में फॉलिक एसिड, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन और एंथोकाइनिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं
- मूली में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं
- मूली में गोइट्रोजेनिक पदार्थ होते हैं, जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं
सर्दी के मौसम में लोग मूली खाना अधिक पसंद करते हैं फिर चाहे वो सलाद हो या मूली के पराठे। हालांकि, कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें मूली कुछ खास पसंद नहीं होती है। इसमें भरपूर मात्रा में फॉलिक एसिड, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन और एंथोकाइनिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही मूली में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मूली का अधिक सेवन खतरननाक साबित हो सकता है। तो चलिए हम आपको बताते हैं इससे होने वाले कुछ नुकसान-
थायराइड के मरीज करें बचाव-
मूली में गोइट्रोजेनिक पदार्थ होते हैं, जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं। रिसर्च के अनुसार अधिक मूली के सेवन से थायराइड हार्मोन का स्तर असंतुलित हो सकता है। थायराइड की समस्या वाले व्यक्तियों को मूली और अन्य क्रूसिफेरस सब्जियों का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों के लिए हो सकती है घातक-
वैसे तो मूली का सेवन कई मामलों में लाभदायक माना जाता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए यह घातक साबित हो सकता है।मूली रक्त में शुगर के स्तर को कम कर सकती है। इसमें हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होते हैं । ऐसे में जो लोग डायबिटीज की दवा ले रहे हैं वो मूली के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह कर लें।
पेट में हो सकती है समस्या-
मूली में लैक्सेटिव गुण मौजूद होते हैं, इसलिए अत्यधिक मूली के सेवन से पेट खराब की समस्या हो सकती है। हालांकि, इस बारे में कोई ठोस वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है, लेकिन सावधानी के तौर पर जिनका पेट थोड़ा कमजोर है, वो मूली का सेवन विशेषज्ञ की सलाह से ही करें।
गर्भवती महिलाएं कम मात्रा में करें सेवन-
यदि गर्भावस्था के दौरान मूली के रस का सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए तो पेट फूलने की समस्या, गैस की समस्या आदि हो सकती हैं।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।