सर्दी का मौसम शुरू हो गया है ऐसे में हर किसी को अपनी सेहत का अधिक ख्याल रखने की जरूरत है। क्योंकि बदलते मौसम में हम अपनी लाइफस्टाइल, खानपान का जरा सा भी ध्यान नहीं देता हैं, जिसके कारण सर्दी-जुकाम, गले में खराश, खांसी या फिर बुखार की चपेट में आ जाते हैं। अगर इसे भी समय रहते नहीं सही किया तो सुखी खांसी के साथ बुखार का सामना भी करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं सर्द हवाओं का असर आपकी इम्यूनिटी सिस्टम भी पर भी पड़ता है।
सर्दी के मौसम में जुकाम, गले में खराश होना आम बात हैं। लेकिन अगर आप अपने खानपान का ध्यान नहीं रखें तो यह समस्या बढ़ा रूप ले सकती हैं। स्वामी रामदेव से जानिए बदलते मौसम में किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
दही
दही की तासीर ठंडी मानी जाती हैं। अगर आपने सर्दियों के मौसम में इसका सेवन किया तो आपको सर्दी-जुकाम के साथ खांसी की भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि दही का सेवन न करें।
अचार
अचार का भी सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे आपके गले में इरिटेशन हो सकती हैं और खांसी -जुकाम का सामना करना पड़ सकता है।
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खट्टे फल
साइट्रिक एसिड वाले फल यानी खट्टे फल एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकते हैं जो आपके गले में दिक्कत बढ़ा सकते हैं और खांसी को बढ़ाने के साथ खराश, दर्द की समस्या हो सकती हैं।
तला हुआ खाना
तले हुए फूड्स आपकी खांसी को और बढ़ा सकते हैं। इसलिए ऑयली फूड से बचने की सलाह स्वामी रामदेव देते हैं। इन्हें खाने से आपको भारीपन महसूस होगा।
ठंडी चीजें
बदलते मौसम में ठंडी चीजों से परहेज करना चाहिए। इससे सर्दी-जुकाम और खांसी की समस्या हो सकती हैं। दरअसल ठंडे पेय और खाद्य पदार्थ श्वसन के बाहर सूखेपन का कारण बनते हैं। इसलिए आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।