सत्यानाशी अक्सर उन लोगों को कहते हैं जो बनता हुआ काम खराब कर दें। लेकिन क्या आप जानते हैं एक पौधा भी है जिसका नाम ही सत्यानाशी है। यह पौधा किसी भी जमीन में और कहीं भी उग जाता है। सत्यानाशी पौधे को आपने अक्सर सड़क के किनारे, पथरीली जगह पर, कड़ाके की धूप वाली जगहों या यानी हर जगह पर देखा हो सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि जिस पौधे का नाम ही सत्यानाशी है वह केवल नुकसान ही पहुंचाएंगा। लेकिन ऐसा नहीं है। सत्यानाशी एक बहुत ही गुणकारी पौधा है और इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। चलिए हम आपको इसके फायदे बताते हैं।
सत्यानाशी क्या है?
सत्यानाशी के पौधे में चारों तरफ से कांटें लगे होते हैं। इसके पत्ते, तने और फूलों के आसपास हर जगह कांटे होते हैं। इसके फूल पीले रंग के खेलते हैं। इसके फूल में राई के समान छोटे-छोटे बीज होते हैं। उत्तर प्रदेश में इसे पौधे को भड़भाड़ भी कहते हैं। सत्यानाशी के को तोड़ने से पीला दूध निकलने लगता है, इसलिए इस स्वर्णक्षीरी भी कहते हैं। आपको बता दें यह पौधा ज्यादातर हिमालयी और उत्तराखंड में उगता है।
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इन परेशानियों में कारगर है सत्यानाशी:
- सफ़ेद दाग में फायदेमंद: अगर आपको बॉडी में कहीं अफेड दाग है तो आप सत्यानाशी के फूल को पीसकर या सत्यानाशी दूध का लेप उस जगह पर लगाएं। ऐसा करने से सफेद दाग कम होते हैं।
- आंखों के लिए कारगर: 1 ग्राम सत्यानाशी का दूध लें और उसे 50 मिली गुलाब जल में मिलाएं। अब इसे रोज़ाना दो बार अपनी आंखों में डालें। इससे आंखों की सूजन, कम होती है। सत्यानाशी के 1 बूंद दूध में तीन बूंद घी मिलाकर अपनी आंखों में लगाएं। इससे मोतियाबिंद और रतौंधी में भी फायदा होता है।
- खांसी में फायदेमंद: अगर सत्यानाशी के पौधे के जड़ को पानी में उबालकर काढ़े की तरह पिया तो इससे खांसी कम होती है। साथ ही सांस लेने में दिक्कत नहीं होती है। 1 ग्राम सत्यानाशी जड़ के पाउडर को गर्म पानी या गर्म दूध के साथ सुबह-शाम पिलाने से कफ भी बाहर निकलता है।
- पेशाब में जलन होने पर: अगर यूरिन करने पर आपको जलन होता है तो इसमें सत्यानाशी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। 20 ग्राम सत्यानाशी को 200 मिली पानी में भिगोएं। इसका काढ़ा बनाकर 10-20 मिली मात्रा में पियें।
- पेट दर्द में फायदेमंद: अगर आपको पेट दर्द की शिकायत रहती है तो सत्यानाशी के पीले दूध आपके लिए कारगर हो सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान:
सत्यानाशी के बीजों का इस्तेमाल करने से पहले आप एक्सपर्ट से ज़रूर बात करे। क्योंकि यह काफी विषैले होते हैं। इसलिए सत्यानाशी का प्रयोग करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।