
बदलते मौसम में सिरदर्द की तकलीफ काफी बढ़ जाती है। इस मौसम में साइनस, कोल्ड-कफ, बुखार, हाई बीपी, आंखों में सूखापन, पोलन एलर्जी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। खासतौर में माइग्रेन की समस्या ट्रिगर करने लगती है। सिरदर्द के अलग अलग कारण हो सकते हैं। कई बार स्ट्रेस और टेंशन के कारण सिर में दर्द होने लगता है। कुछ लोगों की नींद पूरी न हो तो सिरदर्द की समस्या होने लगती है। अगर आप ज्यादा स्क्रीन टाइम बिताते हैं या खराब डायजेशन की समस्या है तो भी इससे सिरदर्द पैदा हो सकता है। शरीर में न्यूट्रिशन की कमी, हार्मोनल प्रॉब्लम होने पर भी माइग्रेन और सिर दर्द की परेशानी होने लगती है। यही कारण है कि आज की तारीख में दुनिया में हर 7वें शख्स को सिरदर्द है। सिर्फ भारत में 21 करोड़ को हेडेक की समस्या रहती है। स्वामी रामदेव से जानते हैं सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या को ठीक करने के उपाय?
कितनी तरह के सिरदर्द
- माइग्रेन
- स्ट्रेस हैडेक
- साइनस
- हाई बीपी से दर्द
- सर्वाइकल से दर्द
- क्लस्टर हैडेक
योग से क्योर 150 सिरदर्द
- एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज होता है
- बॉडी के लिए नेचुरल पेनकिलर
- स्ट्रेस कम करता है
- नींद अच्छी आती है
टेंशन से सिरदर्द को कैसे दूर करें
- ध्यान लगाएं
- पानी पीएं
- आंखों की
- केयर करें
- गर्दन,सिर,कंधे की मसाज कराएं
सिरदर्द की वजह
- नींद की कमी
- पानी कम पीना
- ज्यादा स्क्रीन टाइम
- खराब डायजेशन
- न्यूट्रिशन की कमी
- हार्मोनल प्रॉब्लम
- स्ट्रेस-टेंशन
- कमज़ोर नर्वस सिस्टम
सिरदर्द से कैसे बचें
- शरीर में गैस नहीं बनने दें
- एसिडिटी कंट्रोल करें
- व्हीटग्रास एलोवेरा लें
- बॉडी में कफ को बैलेंस करें
- अणु तेल नाक में डालें
- अनुलोम-विलोम करें
सिरदर्द नहीं होगा, पित्त कंट्रोल करें
- अंकुरित अन्न खाएं
- हरी सब्जियां खाएं
- लौकी फायदेमंद
सिरदर्द कैसे ठीक करें
- बादाम रोगन दूध में डालकर पीएं
- बादाम रोगन नाक में डालें
- बादाम-अखरोट पीसकर खाएं
सिरदर्द में घरेलू इलाज
- 10 ग्राम नारियल तेल
- 02 ग्राम लौंग का तेल
- नारियल-लौंग का तेल मिलाएं
- सिर में लगाने से दर्द में आराम
माइग्रेन का इंस्टेंट इलाज
- देसी घी की जलेबी खाएं
- जलेबी खाने के बाद
- गाय का दूध पीएं
दुनियाभर में माइग्रेन के मरी
- हर 7 वां शख्स परेशान
- हर 5 में से 1 महिला शिकार
- हर 15 में से 1 पुरुष को दिक्कत
- 17% महिलाएं माइग्रेन की मरीज़
- 8.6% पुरुष परेशान
- भारत में 21 करोड़ से ज़्यादा मरीज़
- जिसमें 60% महिलाओं को दिक्कत