ठंड के मौसम में लोग हरी मटर को बहुत शौक के साथ खाते हैं। सर्दियों के मौसम में हरी मटर से बने पराठे, चाट और विभिन्न प्रकार की सब्जियां ना केवल थाली की रौनक बढ़ती हैं बल्कि, इस सब्जी के सेवन से पोषण ही बढ़ता है। हरी मटर में विटामिन A, E, D, और C भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। मटर खाने से ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल में रहता है। इसे खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। लेकिन यही मटर कुछ लोगों के लिए बेहद खतरनाक हो जाती है। चलिए हम आपको बताते हैं किन लोगों को भूलकर भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- डायरिया के मरीज: ज्यादा मटर खाने से डायरिया की दिक्कत हो सकती है। इसके सेवन से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम और डायरिया की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इनमें प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में अगर हरी मटर का सेवन ब्राउन राइस और सोया जैसे उत्पादों के साथ किया जाए तो इससे पेट की शक्ति बेहतर हो जाती है, जिससे मटर के दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है।
- वजन बढ़ाती है मटर- हरी मटर खाने से बॉडी फैट बढ़ सकता है।मटर में मौजूद प्रोटीन और कार्ब्स आपके वजन और मोटापे में भी इजाफा कर सकता है। ऐसे में हरी मटर को अच्छी तरह पकाएं। साथ ही इसे पकाने से पहले इसे कुछ देर के लिए भिगोकर भी रखें।
- एसिडिटी बढाए - जो लोग गैस्टिक हैं वो लोग मटर का सेवन न के बराबर भी नहीं करें। मटर के सेवन से गैस की प्रॉब्लम और तेजी से बढ़ती है । दरअसल, मटर आसानी से पचता नहीं है और मटर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट पेट को फुलाकर उसमें गैस भर देता है। जिससे लोगों को एसिडिटी की बहुत ज़्यादा समस्या हो जाती है।
- यूरिक एसिड के मरीज:अगर आप यूरिक एसिड के मरीज हैं तो भूलकर भी हरी मटर का सेवन न करें। हरी मटर का सेवन करने से यूरिक एसिड और भी तेजी से बढ़ सकता है। दरअसल, मटर में प्यूरीन पाया जाता है जो यूरिक एसिड के बढ़ने का सबसे मुख्य वजह है. इसलिए इसके मरीजों को मटर नहीं खाना चाहिए।