डायबिटीज ऐसी बीमारी है जो पूरी लाइफस्टाइल के प्रभावित करती है। डायबिटीज के मरीज हमेशा अपने ब्लड शुगर लेवल को लेकर परेशान रहते हैं। कुछ भी अनियमित खान पान से ब्लड शुगर बढ़ जाता है जिससे परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में गिलोय जड़ी बूटी काफी कारगर साबित हो सकती है।
गिलोय वो जड़ी बूटी है जो वजन कम करने के साथ साथ काफी बीमारियो में सहायक है। ऐसे में डायबिटीज को जो मरीज अपने लगातार ऊपर रहते ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं वो गिलोय के रस का सेवन करके इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।
कैसे पता करें कि ब्लड शुगर हाई है
ब्लड शुगर हाई होने के कई संकेत बॉडी को मिलते हैं। जैसे थकान ज्यादा होना, बार बार मुंह सूखना, ज्यादा प्यास लगना, बार बार पेशाब आना और पसीना आना।
अगर मरीज को ये लक्षण लग रहे हैं तो उसके शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ गया है। इस समय उसे गिलोय का रस पिलाया जाए तो आराम मिलता है।
बहुत लाभकारी है गिलोय
दरअसल गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड पाया जाता है। इसके अलावा इसमें कॉपर, आयरन, फास्फोरस, जिंक,कैल्शियम, मैग्नीशियम के साथ-साथ एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर आदि तत्व पाए जाते हैं। इसमें पाया जाने वाला हाइपोग्लाईकैमिक ब्लड शगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
कैसे तैयार करें गिलोय का रस
यूं तो बाजार में गिलोय का जूस आराम से मिल जाता है। लेकिन अगर आप घर पर ही जूस तैयार करना चाहते हैं तो गिलोय का तना ले आइए। एक उंगली के बराबर गिलोय के तने को अच्छी तरह धोकर इसे काट लें और पानी में उबलने के लिए रख दें। इसमें बेल का पत्ता भी धोकर डाल दें और एक चम्मच घर में पिसी हल्दी मिला दें। जब पानी आधा रह जाए तो छान कर ठंडा करें और मरीज को पिलाएं।
ध्यान रहें कि आप मरीज को केवल एक ही कप गिलोय का रस पिलाएं। इससे ज्यादा पिलाना हानिकारक हो सकता है। रोज दिन में एक बार गिलोय के रस का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।