इन दिनों दिल्ली-नोएडा सहित पूरे देश में गर्मी का कहर बढ़ गया है। बढ़ती गर्मी की वजह से उत्तर प्रदेश में 2 लोगों की मौत की खबर सामने आयी है। दरअसल, गर्मी बढ़ने से लोगों का शरीर डिहाइड्रेटेड हो जाता है और उस वजह से कई अंगों के डैमज होने का खतरा बढ़ जाता है और उस वजह से मौत भी हो सकती है। ऐस में हमने आकाश हेल्थकेयर के एसोसिएट कंसल्टेंट, डॉ.अंकित टुटेजा से बातचीत कर जाना हीट वेव से शरीर के कौन-से अंग डैमेज हो सकते हैं और इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
डॉ.अंकित टुटेजा कहते हैं कि पानी की कमी से आपकी बॉडी डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाती है। दरअसल, जब शरीर में पानी की कमी होती है तो पानी के साथ कई जरूरी मिनरल और विटामिन की कमी भी हो जाती है। इस वजह से बॉडी के कई ऑर्गन जैसे किडनी, लंग्स और हार्ट डैमेज हो सकते हैं और उस वजह से लोगों की मौत हो सकती है।
हीट वेव से शरीर के ये अंग हो सकते हैं डैमेज:
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किडनी हो सकती है डैमेज: ज़्यादा डिहाइड्रेशन की वजह से किडनी पर स्ट्रेस बढ़ने लगता है इस वजह से किडनी डैमेज हो सकती है। जिन लोगों को किडनी स्टोन की शिकायत होती है उनका स्टोन बड़े होने की समस्या हो सकती है।
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दिल और फेफड़ो पर पड़ता है असर: बॉडी का टेम्प्रेचर रेग्युलेट करने और शरीर में खून को पम्प करने के लिए दिल को ज़्यादा जोर लगाना लड़ता है। इस वजह से दिल पर भी बूरा प्रभाव पड़ता है।
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बढ़ सकता है अस्थमा: अगर हवा में प्रदूषण फैला है तो भीषण गर्मी में अस्थमा की समस्या भी बढ़ जाती है। दरअसल, जब हवा की क़्वालिटी खराब होती है तो इसका सीधा असर आपके लंग्स यानी की फेफड़े पर पड़ता है।
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स्किन भी होती है डैमज: ज़्यादा गर्मी पड़ने से स्किन खराब होने की समस्या कई गुना बढ़ जाती है। उमस की वजह से फंगल इंफेक्शन, हीट रैश और सनबर्न की समस्या हो सकती है।
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पाचन क्षमत भी होती है प्रभावित: भीषण गर्मी की वजह से पाचन तंत्र यानी की आपके डाइजेस्टिव सिस्टम पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
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मसल्स में आते हैं क्रैम्प: हीट वेव की वजह से लोगों के मसल्स में क्रैम्प आने लगते हैं और लोग कमजोरी का शिकार होने लगते हैं।
हीट वेव से कैसे करें अपना बचाव?
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हीट वेव से बचाव के लिए आपकी बॉडी में पानी की मात्रा कम नहीं होनी चाहिए
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गर्मी के मौसम में पानी ज़्यादा से ज़्यादा पीना चाहिए।
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शराब बिलकुल भी नहीं पीना चाहिए। शराब पीने से बॉडी में डिहाइड्रेशन बढ़ जाता है।
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कोशिश करें की आप ज़्यादा से ज़्यादा घर या ऑफिस के अंदर रहें।
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बाहर से आने के कुछ देर बाद पानी से नहाना चाहिए ताकि बॉडी को रेग्यूलेट कर उसे ठंड कर सकें।
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लाइटवेट, ढीले और कॉटन के कपड़े पहने