अमेरिका के स्टोनी ब्रूक यूनिवर्सिटी के सायकॉलोजिस्ट ने ये दावा किया है कि पर्सनालिटी को बदलने में डीएनए रुकावट नहीं है। अगर कोई शख्स किसी डिसऑर्डर से जूझ रहा है तो उसे अच्छी आदते अपनाकर ठीक कर सकता है। मतलब, लगातार अभ्यास से पर्सनालिटी में मनचाहे बदलाव लाए जा सकते हैं। वैसे भी हर 10 में से 7 शख्स पर्सनालिटी डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं और ऐसी ही एक परेशानी है खर्राटे लेना। जिसका सीधा कनेक्शन तो हेल्थ से है लेकिन र्ये पर्सनालिटी को भी डैमेज करता है। खर्राटे लेने वालों का लोग मजाक उड़ाते हैं जबकि ये मजाक की बात तो बिल्कुल भी नहीं है।
असल में खर्राटे शरीर में किसी ना किसी बीमारी के सिग्नल हैं, कहने का मतलब ये कि स्नोरिंग की कई वजह हो सकती है। मोटापा, नाक और गले की मसल्स का कमजोर होना, स्मोकिंग की आदत, किसी भी वजह से लंग्स में प्रॉपर ऑक्सीजन ना पहुंचना या फिर साइनस की परेशानी। खर्राटे की वजह कुछ भी हो सकती है और फिर यही परेशानी कई दूसरी बीमारियों की वजह बनती है। जिसमें सबसे पहले है इन्सोम्निया यानि प्रॉपर नींद ना आना। इतना ही नहीं, धीरे-धीरे ये शुगर, बीपी, कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बिगाड़ देती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, खर्राटे की वजह से साइलेंट अटैक यानि नींद में हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है ब्रेन स्ट्रोक तक की नौबत आ जाती है। खर्राटे की परेशानी कितनी गंभीर है कि इसका असर पर्सनल लाइफ पर भी पड़ता है एक स्टडी के मुताबिक, 46 परसेंट लोग ये मानते हैं कि पार्टनर के खर्राटे लेने से दिक्कत होती है तो वहीं 20 परसेंट कपल एक साथ सोते तक नहीं। तो खर्राटे को हल्के में मत लीजिए। लगातार योगिक अभ्यास से इसे दूर कीजिए क्योंकि स्नोरिंग को योग से खत्म किया जा सकता है।
खर्राटे बने सिरदर्द क्या हैं वजह?
- गलत करवट सोना
- टॉन्सिल बढ़ना
- साइनस
- मोटापा
- एल्कोहल-स्मोकिंग
बच्चे लेते हैं खर्राटे-क्या है वजह ?
- टॉन्सिल्स
- जीभ मोटी होना
- सर्दी-जुकाम
खर्राटों के साइड इफेक्ट
- स्लीप एपनिया
- शुगर-बीपी इम्बैलेंस
- कोलेस्ट्रॉल बढ़ना
- ब्रेन स्ट्रोक
खर्राटे हैं खतरनाक -बीमारी का रिस्क
- हाइपरटेंशन
- हार्ट अटैक
- ब्रेन स्ट्रोक
खर्राटों का रोग -रिस्क में कौन?
- ओवरवेट लोग
- टॉन्सिल से परेशान बच्चे
- साइनस के मरीज़
खर्राटे बने टेंशन - क्या है सॉल्यूशन
- वज़न घटाएं
- वर्कआउट करें
- भूख से कम खाएं
- गर्दन की एक्सरसाइज़ करें
शुगर होगी कंट्रोल
- खीरा-करेला टमाटर जूस लें
- गिलोय का काढ़ा पीएं
स्लीप एपनिया कैसे करें कंट्रोल ?
- फल-सलाद ज़्यादा लें
- तला भुना खाने से बचें
- तकिये का इस्तेमाल करें
- स्मोकिंग-एल्कोहल से परहेज़
खर्राटों से आराम -पुदीना है रामबाण
- पुदीने के तेल से गरारे करें
- पानी में मिलाकर करें गर एक कप उबला पानी लें
- 10 पुदीने की पत्तियां डालें
- गुनगुना करके पीएं
खर्राटों का रामबाण उपाय - लहसुन है फायदेमंद
- पानी के साथ 1-2 लहसुन की कली लें
- ब्लॉकेज खोलता है
- चैन की नींद मिलती है
खर्राटों से मिलेगी राहत - घरेलू नुस्खे
- रात में हल्दी दूध पीएं
- गुनगुने पानी से दालचीनी पाउडर लें
- इलायची वाला गुनगुना पानी पीएं
- गर्म पानी में शहद-ऑलिव ऑयल पीएं
- सोने से पहले स्टीम लें
दालचीनी है रामबाण- खर्राटों से निजात
- 3 चम्मच दालचीनी पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें
हल्दी रामबाण - कैसे करें इस्तेमाल
- हल्दी का सेवन करें
- दूध में मिलाकर पीएं
खर्राटों से आराम - आयुर्वेदिक उपचार
- ऑलिव ऑयल शहद में मिलाकर पीएं
- ऑलिव ऑयल सोने से पहले रोज़ लें
- गले में कंपन घटाता है
- खर्राटों को रोकता है
इलायची खाएं - भरपूर नींद पाएं
- गर्म पानी में मिलाएं
- सोने से 30 मिनट पहले पीएं
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