जिंदा रहने के लिए खाना बहुत जरूरी है। खाना न्यूट्रिशन देता है और शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाता है, लेकिन जरा सोचिए अगर खाने का एक निवाला ही आपको अस्पताल पहुंचा दे और आपके लिए जानलेवा साबित होने लगे तो? देश में 1 साल में करीब 30 हजार लोग इसी तरह से अस्पताल पहुंच जाते हैं और वहां पहुंचकर उन्हें पता चलता है कि उनके बीमार होने की वजह खाने की कोई एक चीज है। वो फूड एलर्जी के शिकार हैं।
अगर मिठाई का एक टुकड़ा खा लें तो उससे सिर में दर्द हो जाता है। गेहूं की रोटी खाने से अगर पेट में दर्द होने लगता है या अलग-अलग तरह की शिकायतें होने लगती हैं। मूंगफली से सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। दूध पीने से उल्टी आने लगती है तो ये फूड एलर्जी हो सकती है। आंकड़ों के मुताबिक भारत में 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को फूड एलर्जी है, जिनमें से तकरीबन 30 लाख लोगों को मूंगफली से एलर्जी है। इतना ही नहीं, हर साल सैकड़ों लोगों की मौत फूड एलर्जी से हो जाती है।
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दरअसल जब हमारा शरीर खाने-पीने की किसी चीज को खतरनाक समझता है तो इम्यून सिस्टम उससे लड़ने के लिए एंडी बॉडी रिलीज करने लगता है और इसी एंटी बॉडी की वजह से ही शरीर में सूजन आ जाती है। उल्टी आने लगती है। चक्कर आने लगते हैं। पेट दर्द बहुत ही कॉमन है। डायरिया, रैशेज और सांस लेने में तकलीफ भी होती है, जिसे हम एलर्जी कहते हैं।
गेहूं, सोयाबीन, मूंगफली, काजू, दूध और अंडे.. ये ऐसी चीजें हैं, जिनमें सबसे ज्यादा लोग एलर्जी की शिकायत करते हैं। खास बात है कि अगर आपके माता-पिता में एलर्जी है तो उनके बच्चों में एलर्जी के ट्रांसफर होने के चांसेस 75 फीसदी हो जाते हैं। तो कैसे पहचाने की किस चीज से आपको फूड एलर्जी है और योग-आयुर्वेद से आप उसे कैसे क्योर कर सकते हैं, ये स्वामी रामदेव ने बताया है।
फूड एलर्जी से परेशान लोग:
- भारत में 4 करोड़ लोगों को फूड एलर्जी
- 30 लाख लोगों को मूंगफली से एलर्जी
- हर साल एलर्जी से 200 लोगों की मौत
- 170 तरह के फूड से एलर्जी हो सकती है
- बच्चों में फूड एलर्जी के मामले बढ़े
- बच्चे फूड एलर्जी का रिएक्शन समझते हैं
- 50 में से लगभग एक बच्चे को दूध से एलर्जी
- दुनिया में 5-8 फीसदी बच्चों को फूड एलर्जी
- दुनिया में 52 करोड़ फूड एलर्जी से परेशान
- इम्युनिटी कम होने से एलर्जी की परेशानी
फूड एलर्जी के लक्षण:
- शरीर में सूजन
- उल्टियां
- पेट दर्द
- डायरिया
- रैशेज
- सांस लेने में तकलीफ
किस खाने से हो सकती है एलर्जी
- दूध
- अंडे
- मूंगफली
- मछली
- सोया
- फास्ट फूड
- गेहूं
- नारियल
- काजू
- आड़ू
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योग से दूर करें फूड एलर्जी:
- सूक्ष्म व्यायाम
- यौगिक जॉगिंग
- ताड़ासन
- वृक्षासन
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- मर्कटासन
- पवन मुक्तासन
- मंडूकासन
ताड़ासन के फायदे:
- शुगर लेवल कंट्रोल करता है।
- गठिया में ताड़ासन बेहद कारगर योगासन है।
- शरीर को लचीला बनाता है।
- थकान, तनाव, चिंता दूर करता है।
- पीठ और बांहों को मजबूत बनाता है।
- दिल की बीमारी में कारगर है।
- पाचन को ठीक रखता है।
- हर्निया से बचाता है।
तिर्यक ताड़ासन के फायदे:
- रोज करने से शरीर काफी लचीला होता है।
- कमर की चर्बी को पूरी तरह खत्म करता है।
- कद बढ़ाने में भी मदद करता है।
- वजन घटाने में मदद मिलती है।
- मन को शांत रखने में सहायक है।
- लंग्स को मजबूत बनाता है।
भुजंगासन के फायदे:
- दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- मजबूत लंग्स से सर्दी की बीमारी नहीं होती है।
- पेट से जुड़े रोगों में कारगर है।
- शरीर को सुंदर और स्लिम बनाता है।
- मोटापा कम करने में मदद करता है।
- फेफड़े, कंधे और सीने को स्ट्रेच करता है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- आसन से लंग्स मजबूत होते हैं।
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर है।
मंडूकासन के फायदे:
- डायजेशन से जुड़े साइड इफेक्ट में कारगर है।
- फैटी लीवर की समस्या दूर होती है।
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर है।
- लिवर, किडनी को स्वस्थ रखता है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
- गैस-कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है।
योग मुद्रासन के फायदे:
- डायबिटीज की परेशानी दूर होती है।
- छोटी-बड़ी आंते सक्रिय होती है।
- दिमाग तेज होता है।
शशकासन के फायदे:
- डायबिटीज को कंट्रोल करता है।
- तनाव और चिंता दूर होती है।
- क्रोध, चिड़चिड़ापन दूर करता है।
- मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
- माइग्रेन के रोग में फायदेमंद।
- मोटापा कम करने में मददगार।
- लिवर और किडनी के रोग दूर होते हैं।
- पित्त से जुड़े रोग दूर होते हैं।
- कमर दर्द में आराम देता है।
- दिल के मरीजों के लिए लाभकारी है।
वक्रासन के फायदे:
- कमर की मसल्स मजबूत होती हैं।
- पेट की कई समस्याओं में राहत।
- जांधों में खिंचाव से दर्द ठीक होता है।
- डायबिटीज को रोकने में सहायक है।
- पैन्क्रियाज से इंसुलिन रिलीज करता है।
- पाचन क्रिया ठीक रहती है।
- लिवर पर पड़ने वाला दबाव फायदेमंद।
- कमर दर्द में आराम मिलता है।
गोमुखासन के फायदे:
- सीने, कंधे की मसल्स में मजबूती आती है।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
- शरीर को लचकदार बनाता है।
- थकान, तनाव और चिंता दूर होती है।
- लिवर-किडनी की समस्या में लाभकारी।
- फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
- लिवर के लिए बेहद फायदेमंद है।
- दिल के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर।
पवन मुक्तासन के फायदे:
- पेट के रोगों को दूर करता है।
- किडनी को स्वस्थ रखता है।
- ब्लड प्रेशर को सामान्य करता है।
- मोटापा कम करने में मददगार है।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
उत्तान पादासन के फायदे:
- पैरों की मसल्स मजबूत होती है।
- एसिडिटी ठीक होती है।
- ये आसन तनाव कम करने में मददगार है।
- हार्ट को मजबूत बनाता है।
- पेट से जुड़ी बीमारियां ठीक होती हैं।
सूर्य नमस्कार के फायदे:
- ब्लड शुगर को कम करने में कारगर।
- हार्ट मजबूत होता है।
- पाचन तंत्र बेहतर होता है।
- एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है।
- डिप्रेशन दूर करता है।
- लिवर को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है।
- शरीर को ऊर्जा मिलती है।
- फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है।
प्राणायाम से दूर करें फूड एलर्जी:
- अनुलोम विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
कपालभाति के फायदे:
- बॉडी में इंस्टेंट गर्मी लाता है।
- बंद सांस नली खुल जाती है।
- मजबूत बॉडी के लिए फायदेमंद है।
- शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
पेट की परेशानी में लाभकारी:
- सौंफ
- जीरा
- धनिया
- अजवाइन
पेट का रामबाण इलाज:
- अदरक के सेवन से डाइजेशन अच्छा होता है।
- सौंफ में मौजूद तत्वों से पेट में गैस कम बनती है।
- जीरे से तंत्र और प्रतिरोधी तंत्र मजबूत होता है।
- दही से डाइजेशन-गैस संबंधी समस्या ठीक होता है।
- पपीता से खट्टी डकार और कब्ज से आराम मिलता है।