प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को फिट इंडिया डायलॉग में बॉलीवुड अभिनेता मिलिंद सोमन और फेमस डायटिशियन रुजुता दिवेकर से फिटनेस और खानपान को लेकर बात की। इस दौरान मिलिंद सोमन ने फिटनेस को लेकर ढेर सारी बाते की। वहीं रुजुता दिवेकर ने बताया कि कैसे आप ज्यादा खाकर खुद को फिट रख सकते हैं।
पीएम मोदी ने पूछा, मिलिंग सोमन से पूछा फिटनेट का राज
पीएम मोदी ने मिंलिंद सोमन से बातचीत करते हुए पूछा कि आपकी ऑनलाइन में उम्र के बारे में काफी सुना। आप बताए आखिर आपकी उम्र क्या है। इस पर मिलिंद कहते हैं कि दरअसल हर कोई जानना चाहता है कि आखिर मैं 55 साल की उम्र में इतना फिट कैसे हूं। मेरी मां मेरी मिसाल है। क्योंकि 81 साल की उम्र में काफी फिट हैं। दरअसल हम ये भूल गए हैं कि नार्मल क्या है। पहले जमाने में लोग काफी फिट रहते थे। क्योंकि वह शारीरिक श्रम ज्यादा करते थे। वहीं आज की बात तो हर कोई इलेक्ट्रानिक चीजों पर निर्भर हो गया है। जिसके कारण हमारा फिजिकल मूवमेंट बिल्कुल रूक गया है। हम जितना बैठते है उतना ही हमारा फिटनेस कम हो जा रहा है। एक नॉर्मल इंसान 100 किमोमीटर तक चल सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप जाने कि आपके लिए नार्मल क्या है।
पीएम मोदी ने पूछा-फिट रहने के लिए क्या जरूरी
एक्टर मिलिंद सोमन ने कहा कि हमें शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी फिट रहना बहुत ही जरूरी है। हमें अपने दिमाग में यह विचार लाना चाहिए कि खुद को फिट रखना जरुरी है। तन के साथ मन को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत ही जरूरी है। मैं कभी जिम नहीं जाता हूं। मैं घर पर ही रहकर ढेरों एक्सरसाइज करके खुद को फिट रखता हूं। खुद को फिट रखने के लिए जरूरी है कि आपना आत्मविश्वास बढ़ाएं। इसके साथ ही आपको यह जानना जरूरी है कि आपको कितना फिट रहना चाहिए। आप मैराथन में दौड़ने के लिए फिट होना चाहिए या फिर पर्वत चढ़ना चाहते हैं कि सामान्य जीवन के लिए फिट रहना चाहते हैं। बस दिमाग में यह बात रखें कि 40, 50 या फिर 60 की उम्र में जिंदगी खत्म नहीं होती है। बल्कि इस उम्र से आप एक नई शुरुआत कर सकते हैं।
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रुजुता दिवेकर ने पीएम मोदी ने पूछा- आप लोकल फूड के बारे में क्या कहना चाहती हैं
पीएम मोदी ने डायटिशियन रुजुता दिवेकर से कहा कि आपका जो 'इट लोकर थिंक ग्लोबल' का जो मंत्र है। वो भारत के लिए काफी मेल खा रहा है। इस पर रुजुता कहती हैं कि अगर हर कोई लोकल फूड खाएंगा तो वो अलग-अलग होगा। क्योंकि हर क्षेत्र का अपना फूड अलग होता है। जिससे लोकल इकोनॉमी में लाभ मिलने के साथ सेहत के लिए अच्छा है। ऐसा नहीं होना चाहिए जब तक हमारे खाने को कोई सोशल मीडिया में नहीं दिखाता। तब तक हम उसकी वैल्यू नहीं करते हैं। हम लोग जैसे हल्दी दूध नहीं पी रहे थे। लेकिन जैसे ही इसका नाम गोल्डन मिल्क रखा गया तो हम पीने लगे।
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पीएम मोदी ने पूछा- अपनी हेल्थ न गवाएं केवल वजन कम करे का क्या है अर्थ
पीएम मोदी ने कहा कि आप अधिकतर बोलती हैं कि आप अपनी हेल्थ को ना गवाएं बल्कि केवल वजन कम कर करे। आखिर आप इसमें क्या समझाना चाहती हैं। इस पर रुजुता दिवेकर कहती हैं कि कई बार लोग वजन कम करने की कोशिश में हेल्थ, रात की नींद और दिन का चैन गवां देते हैं। अपनी डाइट में काफी बदलाव कर देते हैं। जबकि लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके बजाय घर पर मौजूद रोटी, सब्जी, दाल चावल, उपमा आदि को खाएं। जब भी खाएं तो घर का ही खाना खाएं। इसके साथ ही कम मात्रा में खाएं और हमेशा चबा-चबा कर खाएं। इससे आपकी सेहत हमेशा बनी रहेगी और आपका वजन भी नहीं बढ़ेगा।