विटामिन सी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। विटामिन सी की कमी (Vitamin D Deficeieny) का असर पूरे शरीर पर दिखाई देता है। कमजोर होती इम्यूनिटी, बालों का झड़ना, हड्डियों का कमजोर होना, चेहरे पर एजिंग आना, काले धब्बे होना और दांत मसूड़ों का कमजोर होना भी विटामिन सी की कमी से जुड़ा है। जब शरीर में विटामिन सी कम होता है तो पूरे शरीर के ढांचे को खराब कर देती है। इसलिए विटामिन सी से भरपूर चीजों को डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
इंडियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री में छपी एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में करीब 74% लोग विटामिन सी की डेली की जरूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं। जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है। जो कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाने में मदद करता है। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाता है और प्लांट बेस्ड फूड से आयरन के अवशोषण में मदद करता है।
विटामिन सी की कमी से क्या होता है?
थकान और कमजोरी- विटामिन सी की कमी के शुरुआती लक्षणों की अगर बात करें तो लगातार थकान और कमजोरी बनी रहती है
मसूड़ों में सूजन और खून आना- विटामिन सी मसूड़ों को हेल्दी रखने में मदद करता है। इसकी कमी से मसूड़ों में सूजन, सॉफ्टनेस और खून निकलने का खतरा बढ़ जाता है।
चिड़चिड़ापन और मूड में बदलाव- विटामिन सी कम होने पर मूड स्विंग्स हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
विटामिन सी की कमी से होने वाले रोग (Vitamin C Deficiency Diseases)
स्कर्वी- विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग होता है। इसमें गंभीर रूप से चोट लगना, मसूड़ों से खून आना, जोड़ों में दर्द, एनीमिया और पेटीचिया की समस्या हो सकती है। अगर इसका इलाज न किया जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
हड्डी, जोड़ और मांसपेशियों में दर्द- हेल्दी बोन्स और मसल्स के लिए कोलेजन जरूरी है। विटामिन सी की कमी से कोलेजन कम होने लगता है। जिसकी वजह से जोड़ों में दर्द, सूजन, चलने-फिरने में दिक्कत होती है। इससे फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
एनीमिया- विटामिन सी आयरन को शरीर तक पहुंचाने के लिए जरूरी है। विटामिन सी की कमी से शरीर को आयरन भरपूर नहीं मिल पाता जिससे थकान, कमजोरी और पीलापन बना रहता है।
त्वचा से जुड़ी समस्याएं- विटामिन सी की कमी से त्वचा पर असर पड़ता है। इससे स्किन ड्राई होने लगती है। ज्यादा कमी होने पर त्वचा पपड़ीदार हो जाती है। इसके अलावा घाव भरने में भी देरी होती है।
हार्ट पर असर- विटामिन सी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। ये दोनों चीजें हार्ट से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करती हैं। विटामिन सी की कमी से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट से जुड़े रोग होने का खतरा रहता है।