आजकल मार्केट में तरह तरह के एनर्जी ड्रिंक्स मिलने लगे हैं। ये एनर्जी ड्रिंक भले ही शरीर को तुरंत एक्टिव मोड में ले आते हों, लेकिन लंबे समय में शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। हाई शुगर और हाई कैफीन वाले ये एनर्जी ड्रिंक पिछले कुछ सालों में डायबिटीज का बड़ा कारण बन चुके हैं। हाल की में कंबोडिया सरकार ने स्कूलों में एनर्जी ड्रिंक्स बेचने पर रोक लगा दी है। जिसकी वजह युवाओं में डायबिटीज, मोटापा और दूसरी बीमारियों के बढ़ना को बताया गया है। आइये जानते हैं कि एनर्जी ड्रिंक्स को क्यों इतना खतरनाक माना जाता है। अगर आप एनर्जी ड्रिंक पीते हैं तो इससे शरीर को क्या नुकसान होता है?
न्यूट्रीशियन, वेट लॉस कोच और कीटो डाइटिशियन स्वाति सिंह के अनुसार, एनर्जी ड्रिक्स में शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है और जब आप ये ड्रिक्स पीते हैं तो शरीर इस शुगर को फैट और ट्राइग्लिसराइड्स के रूप में डिपॉजिट कर देता है। जिससे आपको फैटी लिवर की समस्या हो सकती है आपका ट्राइग्लिसराइड्स हाई हो सकता है। इससे आपको कार्डियक अरेस्ट आ सकता है। हाइपरटेंशन की समस्या हो सकती है। एनर्जी ड्रिंक्स में हाई कैफीन और शुगर होने के कारण इससे हार्ट बीट बढ़ सकती है और ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। ये सारी चीजें हार्ट के लिए ठीक नहीं है।
एनर्जी ड्रिंक के नुकसान
जब आप ऐसे एनर्जी ड्रिक्स लेते हैं तो इससे शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ती है जो आपको रेस्टलेस बनाता है। इससे एंग्जाइटी लेवल बढ़ जाता है। इससे आपकी नींद भी प्रभावित होती है। कुछ लोगों को नींद नहीं आने, सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या होने लगती है। एनर्जी ड्रिंक्स में ग्लोकोज की मात्रा ज्यादा होने के कारण एसिड बढ़ सकता है। अगर आप लंबे समय तक किसी भी एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते हैं तो इससे गैस्ट्राइटिस की समस्या हो सकती है। एसिड रिफ्ल्कशन हो सकता है। नॉजिया हो सकता है। इसलिए एनर्जी ड्रिंक्स का सेवन न करें।
एनर्जी ड्रिंक का किडनी पर असर
एनर्जी ड्रिंक्स के अंदर कैफीन का मात्रा ज्यादा होती है। ज्यादा कैफीन आपके शरीर को डिहाइड्रेट कर देता है। लंबे समय में डिहाइड्रेशन की वजह से आपकी किडनी पर असर आना शुरू हो जाता है। वहीं इसमें शुगर की मात्रा भी ज्यादा होती है जो किडनी को स्ट्रेस में डालती है। दोनों ही चीजें किडनी की सेहत के लिए ठीक नहीं हैं।
बच्चों के लिए क्यों खतरनाक हैं एनर्जी ड्रिंक
अगर बच्चे या युवा इस तरह के एनर्जी ड्रिक्स लेते हैं तो इससे बच्चों के दिमाग के विकास पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। ऐसे बच्चे अपने गुस्से पर कंट्रोल नहीं रख पाते हैं। बच्चों के अंदर व्यवहार से जुड़े बदलाव आने लगते हैं। बच्चों में मेटाबोलिक डिसऑर्डर का खतरा बढ़ सकता है। अगर आप लगातार ऐसे ड्रिंक्स का सेवन करते हैं तो इससे शरीर की नेचुरल एनर्जी कम होने लगती है। आप बिना इन ड्रिक्स के खुद को थका हुआ और मानसिक तनाव में महसूस करते हैं।
एनर्जी ड्रिक्स पीने से बढ़ता है इन बीमारियों का खतरा
एनर्जी ड्रिंक्स ज्यादा पीने से मेंटल हेल्थ बुरी तरह से प्रभावित होती है। इससे नींद खराब होती है। डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। ऐसे बच्चों में मोटापा बढ़ने लगता है और वो बुरी तरह से बर्बाद हो सकते हैं। एनर्जी ड्रिंक्स में टॉराइन और गुआराना जैसे तत्व पाए जाते हैं जो आपके अंदर मानसिक समस्याएं, टेंशन और घबराहट बढ़ा सकते हैं। टीनएज में बच्चों को इस तरह की ड्रिक्स से दूर रखना चाहिए। ये उनके ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।