बवासीर को अंग्रेजी में पाइल्स कहते हैं, यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें लोगों उठने और बैठने में बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ता है। पहले इस बीमारी से ज़्यादातर अधेड़ उम्र के लोग ग्रसित होते तेह लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। बवासीर की शुरुआत में सिर्फ दर्द और जलन का ही एहसास होता है लेकिन अगर समस्या बढ़ जाए तो खून तक आने लगता है। दरअसल, बवासीर दो तरह की होती है, एक खूनी बवासीर और दूसरी बादी बवासीर। खूनी बवासीर की समस्या ज्यादा लोगों में देखी जाती है। बवासीर में जो मस्से होते हैं वे सबसे ज़्यादा दर्दनाक होते हैं। ऐसे में बवासीर के मस्सों को जड़ से खत्म करने के लिए आप अपने डाइट में सूरन की सब्जी का इस्तेमाल करेंगे तो आपको इससे काफी फायदा होगा।
सूरन की सब्जी है फायदेमन्द
सूरन का सेवन बवासीर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, बीटा कैरोटीन होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इसके अलावा कई विटामिन और मिनरल भी होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। कम तेल मसालों से बनी सूरन की सब्जा का सेवन करने से खाना आसनी से पच जाता है और लोगों को मल त्यागने में कठिनाई नहीं होती है इसलिए इस बीमारी में सूरन की सब्जी खानी चाहिए।
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- इन बीमरियों में है कारगर: पाइल्स के अलावा सूरन की सब्जी कैंसर जैसी बीमारी में भी बहुत ही फायदेमंद है। साथ ही ये इसका सेवन करने से हाज़मा बेहतर होता है और पाचनतंत्र मजबूत होता है।
- सूरन की सब्जी के साथ छाछ पियें: सूरन के टुकड़ों को भाप में पका लें और फिर तिल के तेल में इसकी सब्जी बनाकर लगभग 1 महीने तक हर दूसरे दिन खाएं और ऊपर से छाछ पिएं। इससे बवासीर धीरे धीरे कम होने लगेगा।
- ऐसे बनाएं सुरन का चोखा: इसे पहले अच्छी तरह से उबाल लें। उबालते समय पानी में थोड़ी सी फिटकिरी जरूर डालें। ठीक से उबल जाने के बाद इसका चोखा तैयार करें। इसमें थोड़ी सी खटाई जरूर डालें, नहीं तो गला काटता है।