आजकल की दौड़ती भागती जिंदगी में लोगों की दिनचर्या बिगड़ चुकी है। खासकर महिलाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखने का समय नहीं मिल पाता है। ऐसे में वो कई बीमारियों से ग्रस्त हो जाती है। उनमें पीसीओडी की समस्या देखने को मिल रही है। ऐसे में स्वामी रामदेव ने इंडिया टीवी के स्पेशल प्रोग्राम में स्वस्थ रहने के टिप्स दिए हैं। उन्होंने बताया कि कैसे योग के जरिए इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।
क्या है PCOD?
महिलाओं में हार्मोनल इंबेलस की समस्या है। अब 16 से 20 साल की लड़कियां भी इस परेशानी से जूझ रही हैं। स्वामी रामदेव ने बताया कि पसीना कम निकलना, जंक फूड खाना, एक्सरसाइज नहीं करना इसकी प्रमुख वजह है।
PCOD के लक्षण-
- वजन बढ़ना
- पेट में दर्द
- पीरियड्स समय पर नहीं आना
- थकान रहना
- बालों का झड़ना
- मुंहासे होना
- चेहरे पर अधिक बाल
- दर्द और चिड़चिड़ापन
महिलाएं करें ये योगाभ्यास:
सूर्य नमस्कार- महिलाओं की समस्या दूर होती है। तनाव और डिप्रेशन दूर होता है। वजन घटाने में मदद मिलती है। एनर्जी लेवल बढ़ता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। त्वचा में प्राकृति निखार आता है।
यौगिक जॉगिंग- जांघ की मांसपेशियां मजबूत होती है। शरीर को सुडौल और फिट बनाता है।
दंडासन- मस्तिष्क को स्वस्थ रखता है। पाचन शक्ति को बढ़ाता है। मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। पीठ और सिर दर्द दूर करता है।
चक्की आसन- अच्छी नींद और पेट कम करता है। तनाव कम करता है। जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। शारीरिक संतुलन बना रहता है।
शशकासन- तनाव और चिंता दूर होती है। चिड़चिड़ापन दूर होता है। मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है। मोटापा कम करने में मददगार है।
वक्रासन- पेट और दिल के लिए लाभकारी है। इम्युनिटी को बढ़ाता है।
पश्चिमोत्तानासन- तनाव कम करता है। पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
स्थित कोणासन- कमर और जांघों की चर्बी कम करता है। कमर को पतला और सुंदर बनाता है। चेहरे पर चमक आती है। वजन कम करता है।
भुजंगासन- रीढ़ की हड्डी मजबूत करता है। कमर और पीठ दर्द दूर करता है। मेमोरी पावर मजबूत होती है। दिल को स्वस्थ बनाता है। रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है।
उत्तानपादासन- पैरों और घुटनों के लिए फायदेमंद है। रीढ़ की हड्डी को ताकत मिलती है। भोजन को पचाने में मदद करता है। लीवर और किडनी स्वस्थ होती है। शरीर को ऊर्जावान बनाता है।
हलासन- त्वचा में निखार लाता है। शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। चेहरे और सिर में रक्त प्रवाह बढ़ाता है। वजन घटाता है।
मर्कटासन- पीठ दर्द दूर करता है। डायबिटीज को रोकने में कारगर है। पेट की समस्या दूर होती है। किडनी और लीवर सक्रिय होता है। मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
अनुलोम-विलोम: ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है। शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है। त्वचा में निखार लाता है।
भ्रामरी- शरीर में प्राणशक्ति को बढ़ाता है। हार्ट डिजीज में लाभ पहुंचाता है। एकाग्रता बढ़ाता है। सिर दर्द और माइग्रेन में लाभकारी है।
योग अपनाएं रोग भगाएं:
- मंडूकासन
- कपालभाति
- शीर्षासन
- सर्वांगासन
- वृक्षासन
- त्रिकोणासन
- कोणासन
- गोमुखासन
- मयूरासन
- ताड़ासन
- पवनमुक्तासन
- शवासन
- नौकासन
- मर्कटासन
- उष्ट्रासन
- हलासन
इन चीजों का करें सेवन:
बादाम, मुनक्का, हरी सब्जियां, साग, पालक, लौकी का जूस, आंवले का रस, आंवला-ऐलोवेरा का जूस, गाजर और चुकंदर का जूस, अंजीर, अखरोट, अंकुरित अनाज, मूंग, मूंगफली का सेवन करें।
मिट्टी की पट्टी के फायदे:
- पीरियड्स नियंत्रित करने में फायेदमंद है
- त्वचा नमर, लचीली और कोमल हो जाती है
- अल्सर, कोलाइसिट और पीसीओडी में फायेदमंद है
- पट्टी को बांधकर कपालभाति कर सकते हैं
महिलाओं के लिए हेल्दी ड्रिंक्स:
आंवला-ऐलोवेरा का जूस फायदेमंद होगा। दो चम्मच धनिया का रस, आधा चम्मच हल्दी पाउडर, आधा नींबू का रस और थोड़ा सा व्हीटग्रास मिलाएं। स्वा के मुताबिक काला नमक मिलाएं।
हर्बल टी के फायदे:
- दर्द से राहत मिलती है
- चेहरे पर ग्लो आता है
- इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है
- अनिद्रा की परेशानी से मुक्ति मिलती है
- दिमाग के लिए लाभकारी है
- पाचन तंत्र मजबूत होता है