एक्स्ट्रीम वेदर ने लोगों का मिजाज बदल दिया है वर्किंग डे हो या फिर ऑफ डे गर्मी की वजह से लोगों में चिड़चिड़ापन बढ़ा है बात-बात पर गुस्सा आ जाता है, मूड ऑफ हो जाता है। यानि गर्मी लोगों के सिर चढ़कर बोल रही है। हालात काफी गंभीर हैं हेल्थ मिनिस्ट्री की रिपोर्ट के मुताबिक- गर्मी की वजह से पुरानी बीमारियां ट्रिगर हो रही है गर्मी से होने वाले मौत के मामलों में भी 85 फीसदी का इजाफा हुआ है। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक रुम बनवाए जा रहे हैं ताकि इमरजेंसी सिचुएशन में--ब्लड सर्कुलेशन मेंटेन करने में मसल्स रिलेक्स करने में मदद मिल सके।
वैसे भी गर्मी का मौसम तो नस-नाड़ी के लिए आफत भरा होता है पसीना ज्यादा निकलने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिसका असर ब्लड सप्लाई पर पड़ता है। नसों में जलन-अकड़न-उलझन बढ़ जाती है ब्लड गाढ़ा होने से खून के थक्के जमने लगते हैं। क्लॉटिंग से हार्ट अटैक ब्रेन स्ट्रोक का रिस्क बढ़ जाता है। वैसे गर्मी का साइड इफेक्ट मसल्स पर भी दिखता है। इलेक्ट्रोलाइट की कमी से मसल्स ऐंठने लगती हैं इससे BP लो हो जाता है और मसल्स में क्रैंप आते हैं तो चलिए शरीर को इन खतरों से कैसे बचाएं ये योगगुरू रामदेव से जानते हैं।
मसल्स में दिक्कत
- ब्लड फ्लो रुकने से
- नसों पर दबाव पड़ने से
- पोषक तत्व की कमी से
मसल्स की कमजोरी - कैसे करें दूर?
- रोजाना व्यायाम करें
- विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं
- दिन में 4-5 लीटर पानी पीएं
- आंवले का सेवन करें
नसों का रखें ख्याल
- वज़न कंट्रोल
- कम नमक
- कम चीनी
- टाइट कपड़े ना पहने
नसों के लिए फायदेमंद
- लौकी
- नींबू
- संतरा
- छाछ-लस्सी
- मिक्स दालें
गर्मी में रामबाण - मिट्टी के लेप
- मुल्तानी मिट्टी
- एलोवेरा
- हल्दी
- कपूर
- नीम
- गुग्गुल
नर्व्स बनेंगे मजबूत
- गिलोय
- अश्वगंधा
- गुग्गुल
- गोखरू
- पुनर्नवा