रेगिस्तान में भीषण गर्मी पड़ती है। मैदानी इलाकों का टेम्परेचर नॉर्मल रहता है। पहाड़ों पर ठंड पड़ती है लेकिन इन दिनों भूगोल से अलग मौसम का मिजाज कुछ उलट सा गया है दिल्ली का नजफगढ़ देश में सबसे गर्म रहा तो NCR का तापमान बीकानेर,बाड़मेर,जोधपुर,कोटा जैसे शहरों से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। सिर्फ दिल्ली ही नहीं पूरे उत्तर भारत में चिलचिलाती धूप और लू ने बुरा हाल कर दिया है। पारा लगातार बढ़ रहा है । धरती गर्म तवे जैसी तप रही है। हालात देखते हुए अब तो रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। स्कूलों में छुट्टियां डिक्लेयर कर दी गई है। झुलसाती गर्मी का असर लोगों की सेहत पर दिखने लगा था। अस्पतालों में 20% तो सिर्फ डायरिया के मरीज बढ़े हैं जिनमें कइयों की हालत काफी गंभीर होती है अच्छा इनमें छोटे बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा होती है।
'स्टमक फ्लू' भी इन दिनों बड़ी समस्या बना हुआ है खाना खाते ही वोमेटिंग पेट में दर्द और बुखार हेल्थ एक्सपर्टस के मुताबिक इसके 30 से 40% मरीज बढ़े हैं। लेकिन सबसे बुरा हाल इस एक्स्ट्रीम कंडीशन में बुजुर्गों का होता है लाइफ स्टाइल की पुरानी बीमारियां अचानक से उभर आती हैं ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों में जकड़न, हड्डियों और जोड़ों में दर्द से जान पर बन आती है। पिछले 30 साल में लू से सबसे ज्यादा मौत भारत में हुई है और ये आंकड़ा साल दर साल और भयानक होने वाला है क्योंकि हर साल हीट वेव के दिन बढ़ रहे हैं और इसके साथ ही लू लगने के मामले भी बढ़ रहे हैं आपको बताएं-फिलहाल ये आंकड़ा 40 लाख क्रॉस कर चुका है। तो चलिए--गर्मी के सितम को देखते हुए।।दर्शकों की डिमांड पर आज एकबार फिर योगगुरु स्वामी रामदेव से वो तमाम योगिक-आयुर्वेदिक उपाय जानते हैं जो आपको सेहतमंद तो रखेंगे ही गर्मी की बीमारियों से भी बचाएंगे।
गर्मी में परेशानी
- जॉन्डिस एसिडिटी
- माइग्रेन हीट स्ट्रोक
- डिहाइड्रेशन अस्थमा
गर्मी का सितम - रहें अलर्ट
- धूप में पूरे कपड़े पहनकर निकलें
- तेज धूप में सिर जरूर ढकें
- अचानक टेम्परेचर चेंज से बचें
- बॉडी को हाइड्रेट रखें
नाक में ड्राइनेस - क्या करें?
- नारियल तेल लगाएं
- ऑलिव ऑयल लगाएं
- घी का इस्तेमाल करें
स्किन एलर्जी
- पेस्ट लगाएं
- एलोवेरा
- नीम
- मुल्तानी मिट्टी
- हल्दी
- देसी कपूर
आंखों में एलर्जी
- ठंडे पानी से आंखे धोएं
- गुलाब जल आंखों में डालें
- दूध-महात्रिफला घी खाएं
अस्थमा में रामबाण
- भरपूर नींद लें
- गिलोय का काढ़ा पीएं
- तुलसी के पत्ते चबाएं
- अनुलोम-विलोम करें